संवाददाता.पटना.भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता व विधायक विनोद नारायण झा ने कहा है कि बिहार में भाजपा के लिए मंगलकारी हैं मंगल पाण्डेय. सूबे में जदयू की खाट खड़ी करने मे इनके कुशल नेतृत्व और रणनीति की महत्वपूर्ण भूमिका रही. लोकसभा चुनाव में मंगल पाण्डेय के चमत्कारी नेतृत्व ने ही भाजपा को 22 क्षेत्रों में जीत दर्ज करायी और नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने को मजबूर कर दिया. बिहार विधान परिषद के चुनावों में भी भाजपा को अप्रत्याशित सफलता मिली. साथ ही महागठबंधन बनने के बाद पहले ही चुनाव में करारा झटका दिया.
श्री पाण्डेय के लीडरशीप में प्रदेश भाजपा की लड़ाकू टीम ने जदयू की जड़ खोद दी है. इससे जदयू में जबरदस्त बेचैनी और खलबली मची है. यही कारण हे कि जदयू के प्रवक्तागण उन पर व्यक्तिगत आक्षेप करने लगे हैं .
श्री झा ने आज यहां कहा कि विधान सभा के चुनाव में इनके मार्गदर्शन में भाजपा टीम के प्रभावकारी अभियान का परिणाम रहा कि राजद और कांग्रेस से दोस्ती गांठने के बावजूद 2010 की तुलना में जदयू को कम सीटें मिलीं और वह अपने बूते सरकार नहीं बना पायी. जदयू पूरी तरह सिमटती जा रही है. लोकसभा में बुरी तरह हार का सामना करने वाले जदयू को विधान सभा के चुनाव में भी वोटरों ने खारिज कर दिया और स्थानीय निकायों के चुनाव में तो जदयू का सुपड़ा ही साफ कर दिया.
श्री झा ने कहा कि बीते साल सम्पन्न बिहार विधान सभा के चुनाव में मोकामा और दीघा विधान सभा क्षेत्र के वोटरों ने नीरज कुमार और राजीव रंजन प्रसाद का चेहरा रिजेक्ट कर दिया है और अब वे अनुकंपा के आधार पर नीतीश कुमार की चाकरी कर रहे हैं. दूसरे दलों से आयातित नीरज कुमार और राजीव रंजन की जिस दिन चाकरी बंद करेंगें उसी दिन नौकरी भी खत्म. जो नीरज कुमार कम्युनिस्ट पार्टी के कामरेड और राजीव रंजन जब लालू प्रसाद के नहीं हुए तो वे नीतीश कुमार को कब दगा दे देंगे आने वाला समय बतायेगा.