संवाददाता.पटना.बिहार विधान सभा में विपक्ष के नेता डा. प्रेम कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार साल 2019 का सपना देखना भूल जाएं. माननीय नरेन्द्र मोदी जी से मुकाबला करना उनके लिए आसान नहीं है. सपने देखने से कुछ नहीं होता है. जदयू एक क्षेत्रीय पार्टी है जबकि भाजपा राष्ट्रीय पार्टी है.
एक बयान में डा. कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार की पार्टी का आधार सिर्फ बिहार में है. इससे बाहर जदयू का कोई अस्तित्व नहीं है. जबकि भाजपा आज एक राष्ट्रीय पार्टी बन चुकी है.देश के कौन-कौने में भाजपा का जनाधार है. डा. कुमार ने कहा कि बिहार में जदयू का राजद व कांग्रेंस के साथ महागठबंधन सिर्फ सत्ता के लिए है. न कोई सिद्धांत न कोई नीति है आपके महागठबंधन की. लोकसभा चुनाव के दौरान नीतीश कुमार और लालू यादव एक दूसरे के कट्टर विरोधी रहे फिर करारी हार के बाद सत्ता पाने के लिए एक हुए. लेकिन नीतीश व लालू के बीच लगातार खटास चल ही रहे हैं. दोनों एक दूसरे को शाह और मात देने में लगे हैं.
डा. कुमार ने कहा कि महागठबंधन में यह कैसा गठबंधन बना है. यूपी चुनाव में नीतीश की पार्टी चुनाव लड़ेगी.वहीं लालू यादव अपने समधी मुलायम सिंह यादव के पक्ष में चुनाव प्रचार करेंगे. वहीं यूपी में कांग्रेस अगल चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं.नीतीश कुमार क्षेत्रीय पार्टियों को लेकर चलने की बात कह रहे हैं. पहले तो बिहार में महागठबंधन को लेकर सही ठंग से चल कर दिखाएं. महागठबंधन के अंदर आए दिन एक दूसरे के खिलाफ शाह और मात का खेल चल रहा है. नीतीशजी सपना जरूर देखें, लेकिन पूरा होने वाला नहीं है. बिहार के अंदर आए दिन अपराधिक घटनाओं से लोगों का सरकार के प्रति विश्वास उठ चुका है. सूबे के अंदर विकास का काम ठप पड़ा हुआ है. राज्य की जनता महागठबंधन की सरकार से मुक्ति चाहती है, जिसका जबाव जनता देगी.
डा. कुमार ने कहा कि राज्य के 7 जिलों गोपालगंज, भोजपुर, पूर्वी चंपारण, मधेपुरा, औरंगाबाद, पूर्णिया और सीतामढ़ी में दो समुदाओं के बीच तनाव से दंगा हुए. एक तरफ बिहार जल रहा है और दूसरी तरफ नीतीश कुमार अपनी ताजपोशी कर रहे है. जैसे रोम जल रहा था और वहां के राजा नीरो चैन की वंशी बजा रहा था.