निशिकांत सिंह.पटना.राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने कहा है कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों में आरक्षण खत्म करना नरेंद्र मोदी को मंहगा पड़ेगा.इस फरमान को वापस नहीं लिया गया तो इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. महागठबंधन इसका जबरदस्त विरोध करेगा.
अपने आवास पर संवाददाताओं से बात करते हुए लालू प्रसाद ने कहा कि केंद्रीय विवि में एसोसिएट प्रोफेसर की बहाली में आरक्षण खत्म कर दिया गया. केंद्रीय विवि में पिछड़ी जातियों के लिए आरक्षित 58 प्रतिशत पद रिक्त है. नई व्यवस्था में यह बैकलॉग बिना आरक्षण के भरा जाएगा.उन्होंने प्रधानमंत्री को आगाह किया कि वह देश के संविधान से सरकार चलाए न कि आरएसएस के विधान से.
राजद प्रमुख ने कहा कि केंद्र सरकार अभी पिछड़ी जातियों का गला काट रही है. अगला निशाना अनुसूचित जाति औऱ जन जाति है. दलितों औऱ पिछड़ों पर धीरे-धीरे प्रधानमंत्री कैंची चला रहें है. जातीय जनगणना की रिपोर्ट अब तक जारी नहीं हुई. राजस्थान, गुजरात में सवर्णों को आरक्षण दिया तो हमने कुछ नहीं कहा, लेकिन पिछड़ो- दलितों की हकमारी बर्दाश्त नहीं होगी.
चुनाव के समय ही संघ प्रमुख मोहन भागवत भागवत ने साफ कर दिया था कि आरक्षण पर विचार होना चाहिए. उनके गुरू गोलवरकर ने भी अपनी पुस्तक बच ऑफ थॉट में आरक्षण को गलत बताया है. केंद्र उसी एजेंडे पर काम कर रही है. लालू प्रसाद ने कहा कि देश में महाजंगलराज की स्थिति भाजपा ने ला दी है.