अभिजीत पाण्डेय.पटना.बिहार विधानमंडल में मंगलवार को विपक्ष के हंगामें के बीच विनियोग विधेयक को पारित कर दिया गया. विनियोग विधेयक पारित होते ही विपक्ष के सदस्यों ने जम कर हंगामा किया. सदस्यों ने विधानसभा अध्यक्ष के ऑफिस के बाहर धरना दिया और उन्होंने आरोप लगाया कि यह लोकतंत्र की हत्या हुई है.
विपक्ष विधेयक को पारित करने के लिए वोटिंग करने की मांग कर रहे थे. उनका आरोप है कि सरकार के इशारे पर विधानसभा अध्यक्ष ने वोटिंग नहीं कराया और विनियोग विधेयक को पारित कर दिया. इसके बाद सभी विपक्षी सदस्यों ने जमकर हंगामा किया और विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए.
हंगामे के बीच विपक्ष नेता तेजस्वी यादव विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी से मिलने गए लेकिन इस मामले में कोई बात नहीं बनी. तेजस्वी यादव ने विधानसभा अध्यक्ष पर आरोप लगाया कि वह सरकार के दबाव में ऐसा कर रहे हैं. हालांकि वह वोटिंग कराना चाहते थे लेकिन सरकार के दबाव के कारण उन्होंने ऐसा नहीं कराया.
तेजस्वी यादव ने कहा कि विनियोग विधेयक में अगर सरकार अल्पमत में होती है तो सरकार गिर जाती है. उन्होंने कहा विधानसभा में घंटी बजी और दरवाजे भी बंद हो गए करीब तीन मिनट तक घंटी बजी इसके बावजूद वोटिंग नहीं कराया गया. सरकार अल्पमत में थी इसलिए वोटिंग नहीं कराया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार के इशारे पर स्पीकर ने वोटिंग नहीं कराया.
उन्होंने कहा कि नियमवली का उल्लंघन किया गया है, नियावली में कहा गया है कि अगर एक विधायक भी खड़े होकर वोटिंग की मांग करता है तो नियमावली के अनुसार वोटिंग होगी. लेकिन ऐसा नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि नैतिकता के आधार पर नीतीश कुमार को इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने कहा कि अब हम राज्यपाल से मिलेंगे और उन्हें अवगत करायेंगे की किस तरह से विधानसभा में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है.