प्रमोद दत्त.पटना.बिहार में सत्तारूढ एनडीए गठबंधन में पकता मतभेद सतह पर आने लगा है.बिहार में नीतीश मंत्रिमंडल से बाहर होने का दर्द झेल रही हम और रालोसपा के सुर बदलने लगे हैं.
बक्सर में नीतीश कुमार के काफिले के हमले पर दोनों के सुर बदले-बदले हैं.घटना की जांच कर रही टीम पर सवाल उठाते हुए हम के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने आरोप लगाया कि पुलिस दलितों पर अत्याचार कर रही है.तो रालोसपा के अध्यक्ष व केन्द्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने तो पहले ही घटना के लिए जदयू विधायक को जिम्मेदार ठहराया.
इधर,गुरूवार को रांची में लालू प्रसाद से हम के प्रदेश अध्यक्ष वृषिण पटेल की मुलाकात के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं.हालांकि इस मुलाकात पर श्री पटेल ने कहा कि वे जगदीश शर्मा से मिलने गए थे.एक ही गाड़ी में दोनों पेशी के लिए जा रहे थे इसलिए उनसे भी मुलाकात हो गई.वैसे भी लालू कष्ट में हैं और वे उनके नेता रह चुके हैं.
इसी दौरान कांग्रेस के नेता प्रेमचन्द्र मिश्रा ने एनडीए में फूट और भाजपा में टूट का दावा किया है.उन्होंने कहा कि हम और रालोसपा शीघ्र एनडीए से बाहर होंगें.साथ ही शत्रुघ्न सिंहा,कीर्ति झा आजाद,छेदी पासवान सरीखे नेता नेतृत्व से नाराज चल रहे हैं और चुनाव के पहले सभी भाजपा छोड़ देंगे.हालांकि इसके जवाब में भाजपा प्रवक्ता ने दावा किया है कि राजद व कांग्रेस के कई नेता नाराज चल रहे हैं.
बहरहाल,एनडीए और यूपीए(महागठबंधन) के नेताओं के बयानबाजी से अलग हम और रालोसपा की सतह पर आती नाराजगी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है.बिहार में होनेवाले उपचुनाव को लेकर सीटों की शुरू हुई दावेदारी बता रहा है कि आम चुनाव में सीटों का बंटवारा एनडीए में कितना पेंचिदा साबित होगा.यह भाजपा व जदयू नेतृत्व भी समझ रहा है.