रंजन सिन्हा.भोजपुरी सिनेमा इंडस्ट्री में इन दिनों सुपर स्टार का तमगा लोक गायक अभिनेताओं के पास है,मगर फिल्म पंडितों का मानना है कि अब ये परंपरा टूटने वाली है। क्योंकि अब विशुद्ध रूप से भोजपुरी सिनेमा में विक्रांत सिंह राजपूत जैसे अभिनेता ने दस्तक दी है। ‘पाकिस्तान में जयश्रीराम’ की सफलता से लोक गायक अभिनेताओं को जबरदस्त टक्कर मिल रही है।
साल की शुरूआत में विक्रांत की इस फिल्म ने मुंबई-गुजरात में धमाकेदार शुरूआत की है और अब 26 जनवरी से बिहार के सिनेमाघरों में भी रिलीज होगी। इस फिल्म में उनके साथ बिग बॉस सीजन 10 में सुर्खियों में रहने वाली खूबसूरत अभिनेत्री मोनालिसा नजर आ रही हैं, जिनके साथ विक्रांत शो के दौरान ही परिणय सूत्र में बंध चुके हैं।
दरअसल, भोजपुरी फिल्मों के तीसरे दौर के शुरूआत से ही लोक गायक अभिनेताओं का कब्जा हो गया था। इसके पूर्व के दो दौरों में विशुद्ध अभिनेता ही भोजपुरिया दर्शकों के दिलों पर राज करते थे। लेकिन तीसरे दौर में वही अभिनेता सफल हुए जो अच्छे लोक गायक रहे, जो आज तक बरकरार है। हालांकि इस दौर में इन लोक गायक अभिनेताओं को बहुत हद तक विशुद्ध अभिनेता रवि किशन ने चुनौती दी, मगर वे भी 2010 के बाद शांत पड़ गए। इस दौरान उन्होंने हिंदी और दक्षिण भारतीय फिल्मों की ओर रूख कर लिया। रवि किशन के अलावा कोई भी अभिनेता इन लोक गायक अभिनेताओं को चुनौती नही दे पाए।
लेकिन, ट्रेड पंडित विक्रांत सिंह राजपूत में विशुद्ध अभिनेता के रूप स्टार की छवि देखते हैं। बिग बॉस सीजन में मोनालिसा के साथ शादी और सलमान खान से नजदीकी के अलावा डांस रियालिटी शो ‘नच बलिए’ विक्रांत के अभिनय और लोकप्रियता में इजाफा हुआ है। इसके अलावा विक्रांत के साथ फिल्म बनाने में निर्माताओं के लिए आसान है, क्योंकि वे उनके हिसाब से बिना कोई टेंट्रम के अपने काम पर ज्यादा फोकस करते हैं। वैसे, विशुद्ध अभिनेता विक्रांत सिंह राजपूत का आगमन 2005-06 में ‘दुल्हनिया नाच नचाये’ से हुआ। इस फ़िल्म का निर्माता-निर्देशक अजय सिन्हा थे, जिन्होंने ‘ससुरा बड़ा पैसावाला’ के जरिये भोजपुरी फ़िल्म उद्योग को फिर से जीवित किया था। फ़िल्म ज्यादा नहीं चली, मगर विक्रांत लोगों तक पहुंचने में सफल रहे।
विक्रांत की पहली हिट फिल्म थी ‘मुन्ना बजरंगी’, जो उन्हें इंडस्ट्री में पूरी तरह से स्थापित कर दिया। फिर ‘दूल्हा अलबेला’ से विक्रांत भोजपुरिया दर्शको के आंखों के तारा बन गए। ‘कुरूक्षेत्र’,’सैया तूफानी’ और ‘प्रेमलीला’ ने विक्रांत के करियर को और उंचाईयों पर ले गई। आज विक्रांत की कई भोजपुरी फिल्में प्रदर्शन को तैयार हैं, जिनमें ‘नाथुनिये पे गोली मारे 2’ प्रमुख हैं।