संवाददाता.पटना. 1000 करोड़ के चारा घोटाला से जुड़े दूसरे मामले में लालू प्रसाद सहित जिन 16 लोगों को दोषी पाया गया, उनमें से 8 अभियुक्त ( 50 फीसद) ऊंची जातियों के हैं। उधर जगन्नाथ मिश्र समेत जिन 8 लोगों को बरी किया, उनमें 4 (50 फीसद) दलित और पिछड़ी जातियों के लोग हैं।उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि तथ्यों से आंख मूंद कर राजद के लोग न्यायपालिका पर जातिवादी आरोप लगा रहे हैं।
उन्होंने लिखा है-सरकारी खजाने से 89.4 लाख रुपये की अवैध निकासी के मामले में दोषी करार दिये गए लालू प्रसाद भ्रष्टाचार के चलते सातवीं बार जेल गए, लेकिन अपनी तुलना वे नेल्सन मंडेला और मार्टिन लूथर किंग जैसे नेताओं से कर रहे हैं।आत्मश्लाघा और अवैध सम्पत्ति बनाने में लोकलाज खो देने वाले लोग कैसा नेतृत्व करेंगे?
बेनामी सम्पत्ति के समर्थन की राजनिति के लिए संन्यास तोड़ने वाले एक समाजवादी नेता अब महसूस कर रहे हैं कि 21 साल पहले लालू प्रसाद के खिलाफ चारा घोटाले में जनहित याचिका दायर कर उन्होंने पाप किया था। दरअसल,पाप तो वे अब कर रहे हैं। संन्यास से पतन के बाद पाप-पुण्य का विवेक नष्ट हो जाता है।