संवाददाता. पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोक आस्था के महापर्व छठ पर्व के मद्देनजर रविवार को दूसरी बार छठ घाटों का निरीक्षण किया। उन्होंने स्टीमर से दानापुर के नासरीगंज से पटना सिटी के कंगन घाट तक गंगा घाटों का निरीक्षण किया और घाटों की सफाई, सुरक्षा एवं स्वच्छता के संबंध में पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने लगभग तीन घंटे तक नासरीगंज से कंगन घाट के बीच अवस्थित सभी छठ घाटों का मुख्यमंत्री ने सूक्ष्म रूप से अवलोकन किया और लगातार अधिकारियों को निर्देश देते रहे ताकि छठव्रतियों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो।मुख्यमंत्री ने गंगा घाटों के निरीक्षण के क्रम में घाटों की स्थिति पर संतोष व्यक्त किया। पाटीपुल एवं एल0सी0टी0 घाट के निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी इसमें और अधिक इम्प्रुवमेंट करने की आवश्यकता है। उन्होंने सीढ़ी और स्लोप ठीक कराने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिन घाटों पर सीढ़ी का कॉन्सेप्ट नहीं है, वहां अच्छे से स्लोप बनाया जाय ताकि छठ व्रतियों को घाटों तक पहुंचने में कोई कठिनाई न हो।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि घाटों तक पहुंचने की कनेक्टिविटी भी दुरूस्त की जाय। पाटीपुल घाट को देखने के क्रम में उन्होंने कहा कि पानी के लेवेल को देखकर वहां बैरिकेटिंग सुनिश्चित करायी जाय। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जहां भी श्रद्धालु भारी संख्या में अघ्र्य देने के लिये आते हैं, उन्हें अघ्र्य देने में असुविधा न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि छठ व्रती के अतिरिक्त दूसरे परिवार के श्रद्धालु आते हैं, इसके कारण होने वाली भीड़ को देखते हुये आवागमन को दुरूस्त रखना होगा। इस संबंध में भी उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। मुख्यमंत्री दानापुर के नासरीगंज से पटना सिटी के कंगन घाट तक गंगा तटों पर चल रहे छठ घाटों की अब तक तैयारी से संतुष्ट नजर आये और मौके पर मौजूद बुडको एवं नगर निगम के अधिकारियों को छठ घाटों तक एप्रोच्च रोड, बिजली, साफ-सफाई का समुचित इंतजाम करने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री के निरीक्षण के क्रम में जल संसाधन तथा योजना एवं विकास मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, मेयर पटना नगर निगम सीता साहू, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य उदय कांत मिश्र, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक पीके ठाकुर, प्रधान सचिव जल संसाधन अरूण कुमार सिंह, प्रधान सचिव गृह आमिर सुबहानी, प्रधान सचिव पथ निर्माण अमृत लाल मीणा, प्रधान सचिव ऊर्जा प्रत्यय अमृत, प्रधान सचिव नगर विकास विभाग चैतन्य प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अतीश चन्द्रा, सचिव ग्रामीण कार्य सह लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विनय कुमार, आयुक्त पटना प्रमण्डल आनंद किशोर, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, आई0जी0 पटना नैयर हसनैन खान, जिलाधिकारी पटना संजय कुमार अग्रवाल, वरीय पुलिस अधीक्षक पटना मनु महाराज, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित पटना नगर निगम, बुडको एवं बिहार राज्य जल पर्षद के वरीय पदाधिकारी समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
उपमुख्यमंत्री ने भी किया घाटों का निरीक्षण,कहा-प्रकाशपर्व जैसा होगा प्रबंध
महापर्व छठ की शुरुआत से पहले उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राजधानी के गांधी घाट से शुरू कर आधा दर्जन घाटों की सुरक्षा, बैरिकेडिंग, प्रकाश व्यवस्था, महिलाओं के लिए चैंजिंग इनक्लोजर और पहुंच पथ आदि की व्यवस्था का निरीक्षण करने के बाद अधिकारियों को सारी सुविधाओं को फूलप्रूफ बनाने के निर्देश दिये।
श्री मोदी के अनुसार इस साल छठ घाटों पर डाक्टरों की 120 टीमें तैनात रहेंगी और उनकी सहायता के लिए 211 पारा मेडिकल स्टाफ और 33 एंबुलेंस को लगाया जाएगा। पर्व के दौरान किसी तरह की अफवाह न फैले, इसलिए सही जानकारी के लिए सूचना तंत्र को हाईटेक करते हुए मोबाइल ऐप जारी किये गए हैं। GPRS नेविगेशन सिस्टम से भी जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। पूजन-सामग्री से कचरा न फैले, इसके लिए स्थान तय किये गए हैं। दमकलों को हर वक्त तैयार रहने को कहा गया है। श्री मोदी ने कहा कि छठ पर्व की सारी व्यवस्था प्रकाश पर्व के उच्चतम मानक पर की जाएगी। अर्घ्यदान के दौरान होने वाली घटनाओं को रोकने के लिए वाटर एम्बुलेंस,NDRF और SDRF की टीमें तैयार रहेंगी। 200 नावें रिवर पेट्रोलिंग में लगायी जा रही हैं।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि 2005 में एनडीए सरकार से पहले जहां पटना के छठ घाटों की व्यवस्था मात्र 20 लाख रुपये के बजट का प्रावधान कर नगर निगम के हवाले छोड़ दी जाती थीं, ठेकेदारों को वर्षों तक भुगतान नहीं किया जाता था और स्वयंसेवी पूजा समितियों के सीमित साधन के भरोसे लोग छठ करते थे, वहीं अब छठ पर्व को एनडीए सरकार ने स्टेट-इवेंट की तरह गंभीरता से लिया है।घाट निरीक्षण के समय स्थानीय विधायक नितिन नवीन, नगर निगम आयुक्त अभिषेक कुमार, जिलाधिकारी संजय अग्रवाल और वुडको के प्रबंध निदेशक अमरेंद्र कुमार भी उपमुख्यमंत्री के साथ थे।