संवाददाता.पटना.केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने 3 वर्षों में भ्रष्टाचार पर हमला करते हुए 65 हजार करोड़ का कालाधन उजागर किया है वहीं 600 करोड़ की बेनामी सम्पति जब्त की है। यूपीए के 10 वर्षों के शासनकाल में 12 लाख करोड़ से ज्यादा के घोटाले से क्षुब्द्ध देश की जनता ने भ्रष्टाचार पर निर्णायक हमला करने के लिए नरेन्द्र मोदी का जनादेश दिया।
भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने कहा कि केन्द्र सरकार की इस कार्रवाई से बिहार में महागठबंधन के बड़े नेता लालू प्रसाद धबड़ाए हुए हैं। मीसा भारती की कम्पनी के सीए राजेश अग्रवाल की गिरफ्तारी और अब मीसा भारती और उनके पति शैलेश कुमार को आईटी की नोटिस के बाद लालू-तेजस्वी को मालूम पड़ गया होगा कि किन 22 ठिकानों पर आईटी की छापेमारी हुई थी।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने 2.30 करोड़ फर्जी राशन कार्ड और 3.3 करोड़ डुप्लीकेट एलपीजी कनेक्शन को रद्द कर 28 करोड़ जनधन खातों में डीबीटी के जरिए लाभार्थियों को सीधे फायदा पहुंचाया जिससे 35 हजार करोड़ की बचत हुई। एक प्रतिष्ठित मीडिया समूह की रिपोर्ट के अनुसार नोटबंदी से जहां देश में कालाधन पर अंकुश लगा है वहीं अर्थव्यवस्था में 5 लाख करोड़ की बचत हुई है। यह भ्रष्टाचार पर केन्द्र सरकार के कारगर प्रहार का नतीजा है।