नई दिल्ली/पटना. आयकर विभाग ने मंगलवार सुबह दिल्ली-एनसीआर में लालू यादव और उनके सहयोगियों के 22 ठिकानों पर छापेमारी की। साथ ही सीबीआई की टीम एफआईपीबी की मंजूरी दिलाने के लिए कथित तौर पर एक कंपनी की तरफदारी करने के मामले में पूर्व केन्द्रीय मंत्री पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम से जुड़ी चेन्नई सहित कई जगहों पर आज छापेमारी कर रही है.
आयकत की यह छापेमारी लालू यादव की बेनामी संपत्ति के मामले में की गई है। आयकर विभाग ने यह कार्रवाई सुबह 8.30 बजे शुरू की। आयकर विभाग ने यह कार्रवाई दिल्ली और गुडग़ांव में की है। लालू के साथ सांसद प्रेमचंद गुप्ता के परिवार के सदस्यों के आवास और कंपनियों पर भी की गई है। यह छापेमारी एक हजार करोड़ रुपए के जमीन सौदे के मामले में लालू यादव और इस सौदे के जुड़े लोगों के घरों और दफ्तरों में की गई है। बता दें कि लालू यादव बिहार के करोड़ों रुपए के चारा घोटाले के आरोपी हैं और एक मामले में सजा पाने के बाद जमानत पर चल रहे हैं।लालू यादव की बेटी मीसा भारती पर भी फर्जी कंपनियों के जरिए दिल्ली में संपत्ति खरीदने के आरोप लग चुके हैं। इसके अलावा बिहार के भाजपा नेता सुशील मोदी ने लालू के पुत्र तेजप्रताप पर अवैध तरीके धन कमाने के आरोप लगाए है।
उधर, दिल्ली के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, चिदम्बरम के मुंबई, दिल्ली, चेन्नई और गुरूग्राम के ठिकानों पर छापे मारे गए हैं. चेन्नई में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि चेन्नई में पी चिदंबरम के नुंगमबक्कम आवास पर भी छापे मारे जा रहे हैं.,सूत्रों के अनुसार चिदंबरम के पैतृक शहर कराईकुड़ी में भी छापे मारे जा रहे हैं. सीबीआई ने एक कंपनी को एफआईपीबी की मंजूरी दिलाने के मामले में हाल ही में मामला दर्ज कराया है. आरोप हैं कि कंपनी को लाभ तब पहुंचाया गया जब पी चिदंबरम वित्त मंत्री थे.
छापेमारी की सूचना मिलते ही लालू प्रसाद के पटना स्थित आवास पर राजद के वरिष्ठ नेता जुटने लगे.उनके आवास पर पहुंचे राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने इसे बदले की भावना से की जा रही कार्रवाई बताया.इस बीच लालू ने ट्विट कर छापेमारी का विरोध किया और भाजपा को नए दोस्त के लिए बधाई दी.