निशिकांत सिंह.पटना.कला, संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार द्वारा चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष के मौके पर गांधी पेनोरमा फिल्म महोत्सव और चंपारण सत्याग्रह शताब्दी विरासत यात्रा की शुरूआत मंगलवार, 25 अप्रैल से होगी। इसकी जानकारी सोमवार को पटना में कला, संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार के मंत्री शिवचंद्र राम ने दी। उन्होंने कहा कि गांधी जी की चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह को यादगार बनाने के लिए बिहार राज्य फिल्म विकास निगम की ओर से गांधी पेनोरमा फिल्म महोत्सव और चंपारण सत्याग्रह शताब्दी विरासत यात्रा की शुरूआत 25 अप्रैल से पटना के पुराना सचिवालय स्थित अधिवेशन भवन से होगी, जिसका शुभारंभ सीएम नीतीश कुमार करेंगे।
श्री राम ने बताया कि गांधी पेनोरमा फिल्म महोत्सव पटना (25 अप्रैल से 27 अप्रैल) के अलावा मुजफ्फरपुर (19 अप्रैल से 01 मई), मोतिहारी (03 मई से 05 मई), बेतिया (07 मई से 09 मई), गया (11 मई से 13 मई) और हाजीपुर (15 मई से 17 मई) भी आयोजित की जाएगी। इस दौरान कुल 12 फिल्में दिखाई जाएंगी, जिनमें शॉर्ट फिल्म, डॉक्यूमेंट्री फिल्म और फीचर फिल्म दिखाई जाएगीं। वे फिल्में हैं – राष्ट्रपित महात्मा गांधी पर आधारित फिल्म ‘गांधी माई फादर’,‘बापू ने कहा था’,‘रोड टू गांधी’,‘क्षमा’, ‘फीचर फिल्म – मेकिंग ऑफ महात्मा गांधी’, ‘फीचर फिल्म – लगे रहो मुन्ना भाई’, ‘फीचर फिल्म – मैंने बापू को नहीं मारा’, ‘सेवाग्राम’, ‘महात्मा गांधी’, ‘साबरमती आश्रम’, ‘फीचर फिल्म – रोड टू संगम’ और ‘विल महात्मा बोर्न अगेन’।
बिहार विरासत विकास समिति द्वारा चंपारण सत्याग्रह शताब्दी विरासत यात्रा की चर्चा करते हुए श्री राम ने कहा कि यह यात्रा पटना, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण में आयोजित की जाएगी। यात्रा के दौरान प्रत्येक स्थल पर विरासत यात्रा का नेतृत्व प्रामाणिक इतिहासकारों और गांधीवादी चिंतकों के द्वारा संबोधन का किया जाएगा। वहीं, चंपारण सत्याग्रह कर इतिहास, भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में इसका योगदान, चंपारण सत्याग्रह और गांधी जी से जुड़े हुए बिहार के स्थल और गांधी जी के दर्शन आदि के संबंध में परिचर्चा का भी आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि चंपारण सत्याग्रह शताब्दी विरासत यात्रा में शामिल सभी प्रतिभागियों के लिए गांधी टोपी, अल्पाहार, परिवहन की व्यवस्था और नि:शुल्क पंजीकरण की सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि गांधी जी की चंपारण यात्रा को यादगार बनाने में कला संस्कृति विभाग पीछे नहीं रहेगी। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए विभाग के तमाम अधिकारी दिनरात मेहनत कर रहे हैं। संवाददाता सम्मेलन में विभाग के अपर सचिव आनंद कुमार, देवेंद्र खंडेलवाल, विनय कुमार, संजय कुमार सिंह, मुख्य रूप से उपस्थित थे.