संवाददाता.पटना: अखिल भारतीय जायसवाल सर्ववर्गीय युवा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व विधायक पवन जायसवाल ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि बिहार में वैश्य समाज की उपजातियों के संगठित नहीं होने के कारण 22 फीसदी आबादी वाला यह समाज राजनीति उपेक्षा का शिकार है। इसी संदर्भ में अगामी 6 मई को वैश्य जनप्रतिनिधियों को सम्मानित किया जायेगा.बिहार झारखंड के सभी जनप्रतिनिधियों को सम्मानित किया जाऐगा. जब जायसवालसे जब पूछा गया कि विधानपरिषद में छेड़खानी के आरोपी लाल बाबू प्रसाद को भी सम्मानित करेंगे तो उन्होंने कहा कि लाल बाबू प्रसाद हमारे समाज के सम्मानित नेता है. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के मंत्रिमंडल में विगत चार वर्षों से वैश्य समाज से एक भी मंत्री नहीं बनाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है.वहीं,केंद्रीय मंत्रिमंडल में बिहार – झारखंड से वैश्य समाज को भागीदारी नहीं मिलना भी दुखद है.
श्री जायसवाल ने कहा कि विभिन्न उपजातियों में बंटे वैश्य समाज अपनी एकजुटता कार्य करे ताकि वैश्य समाज अपनी खोई हुई राजनीतिक विरासत वापस पा सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए आगामी 6 मई को पटना के रवींद्र भवन में सुबह 11 बजे वैश्य जनप्रतिनिधि सम्मान समारोह का आयोजन किया गया है. इसमें बिहार के वैश्य समाज के त्रिस्तरीय पंचायत जनप्रतिनिधियों के साथ–साथ लोकसभा, विधान सभा और विधान परिषद के माननीय सदस्य व पूर्व सदस्यों के अलावा चुनाव में दूसरे स्थान पर रहे विभिन्न दलों के साथ निदर्लीय प्रत्याशियों को सम्मानित किया जाएगा और हौसला अफजाई किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि वैश्य समाज के एक उप–जाति द्वारा संपूर्ण वैश्य समाज के जनप्रतिनिधियों सहित प्रबुद्ध लोगों के सम्मान समारोह के आयोजन से वैश्य समाज को एकीकृत करने में वैश्य समाज के अग्रणी पंक्ति के वरीय नेताओं को बल मिलेगा। इस सम्मान समारोह में राष्ट्रीय और प्रदेश स्तरों के वैश्य नेताओं को आमंत्रित किया जा रहा है। इसके द्वारा वैश्य समाज के जनप्रतिनिधियों को सम्मानित किया जाएगा.
संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करने वाले प्रमुख लोगों में अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के प्रदेश महासचिव भूपाल भारती, अखिल भारतीय जायसवाल सर्ववर्गीय युवा महासभा के प्रदेश अध्यक्ष रवि जायसवाल, प्रकाश कुमार चौधरी, प्रदेश महामंत्री विजय जायसवाल, वैश्य नेत्री वीणा मानवी, सीमा सुजानी, राकेश जायसवाल, मुन्ना जायसवाल, राजकुमार जायसवाल, अनिल जायसवाल, पारस जायसवाल शामिल थे।