निशिकांत सिंह.पटना.जन अधिकार पार्टी (लो) के संरक्षक और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा है कि सरकार एक ओर महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह का शताब्दी समारोह मना रही है और दूसरी उसी चंपारण में किसान आत्महत्या करने पर विवश हो रहे हैं। लेकिन सरकार का कोई प्रतिनिधि उनके घाव पर मरहम लगाने नहीं पहुंचा। पटना की एक स्थानीय अदालत में पेशी के लिए आए श्री यादव ने कहा कि लालू यादव के परिवार और उनके पुत्रों की संपत्ति की सीबीआई या न्यायिक जांच करायी जानी चाहिए। लालू यादव के परिवार की बेनामी संपत्ति के मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुपी भी कई सवाल खड़ा कर रही है।
जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता प्रेमचंद सिंह ने जारी बयान में बताया कि सांसद श्री यादव ने मंत्री, विधायक और अधिकारियों की संपत्ति की जांच की मांग भी की। इससे स्पष्ट हो जाएगा कि मंत्री, विधायक या अधिकारियों की संपति में तेजी से इजाफा कैसा होता है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के मंत्री चार-चार बार बैंकॉक और बाली की यात्रा कर आये। ऐसी क्या जरूरत थी इन यात्राओं की। जनता को यह बताना चाहिए। सांसद ने कहा कि वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दहेज विरोधी अभियान के साथ हैं और बिना दहेज के शादी-विवाह के पक्ष में हैं। इसके लिए अंतरजातीय विवाह को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
सांसद श्री यादव ने कहा कि उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि 333 और 353 के मुकदमे में उन्हें 20 दिन जेल में रहना पड़ा, जबकि उसी कोर्ट से 307 के आरोपी वार्ड पार्षद को जमानत मिल जाती है। सांसद इस मुद्दे को आज अदालत में पेशी के दौरान भी उठाया।
पप्पू यादव को मिली जमानत
इधर,पटना उच्च न्यायालय ने आज सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को जमानत दे दी। न्यायाधीश आरके मिश्रा ने गांधी मैदान थाने के एक मामले की सुनवाई के बाद सांसद को जमानत दे दी। उधर गर्दनीबाग थाने में दर्ज एक मामले में सासंद पप्पू यादव आज पटना की एक स्थानीय अदालत में पेश हुए।