निशिकांत सिंह.पटना. चम्पारण सत्याग्रह के शताब्दी और गांधी संग्रहालय पटना के गोल्डन जुबली कार्यक्रम में भाग लेते हुये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम चम्पारण सत्याग्रह का 100वां साल मना रहे हैं और पूरे वर्ष तक इस उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित होते रहेंगे।आज ही के दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी मोतिहारी पहॅुचे थे। गांधी संग्रहालय का आज स्वर्ण जयंती समारोह मना रहे हैं, यह प्रसन्नता की बात है.इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि गांधी संग्रहालय में बचे खाली जगहों पर एक सभागार का निर्माण किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि 10 एवं 11 अप्रैल को पटना में नवनिर्मित ज्ञान भवन में राष्ट्रीय विमर्श का आयोजन किया गया, जिसमें पूरे देश के गांधी विचारक शामिल हुये और अपने-अपने विचार रखे। दो दिन तक चले इस राष्ट्रीय विमर्श में आये विचारकों के विचारों का संकलन कर मुद्रित किया जायेगा, जो आज की पीढ़ी और आने वाली पीढ़ी के लिए ज्ञानवर्द्धक और प्रेरणादायी होगा। गांधी जी के विचार आज भी प्रासंगिक है और उनके विचारों को संजोने और सहेजने के लिए गांधी संग्रहालय के सचिव रजी अहमद जी धन्यवाद के पात्र हैं। उन्होने गांधी जी के दुर्लभ चित्र, गांधी जी पर विभिन्न लेखकों द्वारा लिखी गई पुस्तकें, पाण्डुलिपियां, मूतियां को सहेजकर इस संग्रहालय में सुरक्षित रखे हैं। गांधी मैदान में देश की सबसे ऊॅची गांधी जी की प्रतिमा स्थापित है। इसी प्रतिमा को चम्पारण सत्याग्रह समारोह का प्रतीक चिन्ह् के रूप में घोषित किया गया है। गांधी जी का जीवन ही उनका संदेश है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजकुमार शुक्ल जी ने गांधी जी को चम्पारण लाने में अग्रणी भूमिका निभाई थी और चम्पारण में नीलहो के अत्याचार से मुक्ति दिलाने में गांधी जी ने अपना पहला सफल सत्याग्रह की नींव रखी थी। अपने बिहार के भ्रमण के दौरान गांधी जी जिस-जिस स्थल पर गये और गतिविधियां की उन सभी स्थलों और गतिविधियों को स्मरण करने की कोशिश की जायेगी। हमारा मकसद है कि गांधी जी के विचारों, उसके संदेशों को जन-जन एवं घर-घर तक पहॅुचाना है। इस एक वर्षीय कार्यक्रम में सभी विभागों द्वारा कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। कला संस्कृति विभाग द्वारा भी कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। कार्यक्रम आयोजन को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाई गयी थी और कार्यक्रम की रूप-रेखा तय की गई थी। 17 अप्रैल को पटना में देशभर के स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया जायेगा, जिसमें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए अपनी सहमति जताई है। चम्पारण सत्याग्रह से आजादी की लड़ाई को नई गति तथा नई दिषा मिली और महज 30 साल के अंदर ही देश आजाद हो गया। चम्पारण सत्याग्रह के 100 साल पूरे होने पर हम स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित कर रहे हैं, ये हमारे के लिए गौरव की बात है। 18 अप्रैल को मोतिहारी में स्मृति यात्रा अंतर्गत पदयात्रा की जायेगी। 12 अप्रैल से मैंने प्रचार वाहन ‘गांधी रथ‘ को हरी झण्डी दिखाई जो प्रत्येक पंचायतों में घूम-घूमकर फिल्म, गीत, वृत्तचित्र के माध्यम से गांधी जी के विचारों को जन-जन तक पहॅुचायेगी। स्कूलों में प्रार्थना के बाद प्रतिदिन गांधीजी से संबंधित कहानी सुनाई जायेगी। गांधी जी के विचारों को सभी लोग जानते हैं, सबके मन में उनके प्रति आदर का भाव है, पर सिर्फ नाम से नहीं, उनके जीवन संदेश से अवगत होइये, काम से परिचित होइये और उनके विचारों आत्मसात कीजिये। अगर नई पीढ़ी का दस प्रतिशत भी गांधी जी के विचारों के प्रति आकर्षित हो जाय तो आने वाले 10 से 15 साल में समाज बदल जायेगा। असहिष्णुता के माहौल में शराबबंदी, प्रकाश पर्व, चंपारण सत्याग्रह समारोह मनाया जाना वातावरण को सौहार्द्रपूर्ण बनाता है। नशामुक्ति के पक्ष में 4 करोड़ लोगों ने मानव श्रृंखला बनाकर यह संदेश दिया है कि हम सामाजिक परिवर्तन के पक्ष में है। बाल विवाह, दहेज प्रथा के विरूद्ध सशक्त अभियान चलाया जायेगा। गोवा में अध्ययन के दौरान पता चला है कि जो शराब का सेवन कर रहे हैं, वे डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं। हम इस मुहिम को और आगे बढ़ायेंगे तथा कामयाब होंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि गांधी संग्रहालय में बचे खाली जगहों पर एक सभागार का निर्माण किया जायेगा।
इसके पूर्व मुख्यमंत्री ने गांधी जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया तथा गांधी जी पर लिखी गयी विभिन्न पुस्तकों का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री को अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिह्न भेंट किया गया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव,शिक्षा मंत्री अशोक चैधरी, गांधी संग्रहालय के सचिव रजी अहमद, राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचन्द्र पूर्वे, विधायक श्याम रजक, प्रधान सचिव सूचना एवं जन-सम्पर्क ब्रजेश मेहरोत्रा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, जिलाधिकारी पटना संजय अग्रवाल, आचार्य किशोर कुणाल सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।