संवाददाता.रांची/नई दिल्ली.540 करोड़ रुपये की तेजस्विनी योजना से झारखंड की बेटियों को सशक्त और समृद्ध करने की कवायद शुरू कर दी गयी है। मुख्यमंत्री रघुवर दास के सानिध्य में तेजस्विनी योजना प्रारम्भ की जा रही है।योजना का क्रियान्वयन झारखण्ड महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग, डिपार्टमेंट ऑफ इकॉनोमिक अफेयर भारत सरकार और विश्व बैंक के संयुक्त तत्वाधान में किया जाएगा।
इस कड़ी में गुरुवार को दिल्ली में तीनों संस्थाओं ने त्रिपक्षीय समझौता किया। तेजस्विनी योजना की कुल लागत 540 करोड़ होगी,जिसमे झारखण्ड सरकार द्वारा 162करोड़ का अंशदान और विश्व बैंक द्वारा 378 करोड़ रुपये का ऋण मुहैया कराया जाएगा। यह 30-70 के अनुपात में होगा। योजना का पहला चरण वर्ष 2016-17 रामगढ,दुमका,चतरा और खूंटी में,दूसरा चरण 2017-18 पलामू,देवघर, धनबाद,बोकारो और गोड्ड़ा में तथा तीसरा चरण 2018-19लातेहार,कोडरमा, जामतारा,लोहरदगा,सरायकेला खरसवां, सिमडेगा,पूर्वी सिंहभुम एवं पाकुड़ में क्रियान्वित किया जायेगा।
इस अवसर पर झारखण्ड के महिला, बाल विकास और सामाजिक विभाग के प्रधान सचिव मुखमीत सिंह भाटिया, डिपार्टमेंट ऑफ इकॉनोमिक अफेयर के संयुक्त सचिव राज कुमार, निदेश भास्कर दासगुप्ता, विश्व बैंक के कंट्री हेड जुनेद अहमद, तेजस्विनी के परियोजना निदेशक राजेश पात्रो, विश्व बैंक के सामाजिक सुरक्षा विशेषज्ञ प्रवेश कुमार और विश्व बैंक की सलाहकार बेलमटी जॉनको मौजूद थीं।