हिमांशु शेखर.रांची.झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि भ्रष्टाचार पर अंकुश एवं पारदर्शिता के लिए आईटी का ज्यादा से ज्यादा उपयोग जरूरी है। यह जनता और शासन के बीच की दूरी को कम करता है। इसे देखते हुए राज्य सरकार डिजिटल झारखंड बनाने की दिशा में काम कर रही है। सभी विभागों को ऑनलाइन किया जा रहा है। इस साल के अंत तक सभी विभागों को और अगले दो साल में सभी जिला कार्यालयों को पेपरलेस बनाने का काम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इससे विकास कार्यों में तेजी भी आयेगी। श्री दास शनिवार को रांची के धुर्वा स्थित नेहरू स्टेडियम में वर्क एकाउंट मैनेजमेंट इंफोर्मेशन सिस्टम के तहत राज्य के छह विभागों के इंजीनियरों को टैब वितरण के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सीएम डेश बोर्ड के माध्यम से पूरे राज्य में चल रही विकास योजनाओं पर वह खुद नजर रखेंगे।
श्री दास ने कहा कि भ्रष्टाचारियों के कारण राज्य में सही तरीके से विकास नहीं हो पाया। पिछले दो साल में स्थिर सरकार होने के कारण विकास कार्यों को गति मिली है। आठ नवंबर को नोटबंदी के बाद से कालेधन पर रोक लगी है और नक्सल गतिविधियों को गहरा झटका लगा है। अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए उठाये गये इस कदम का भी असर दिखने लगा है। सरकार के राजस्व में वृद्धि होने लगी है। हम अपना काम ईमानदारी से करें, तो देश और राज्य का विकास कोई नहीं रोक सकता है।
मुख्यमंत्री श्री दास ने कहा कि हमारा शहर भी देश में टॉप 10 शहरों की सूची में आये, इसके लिए सभी का योगदान जरूरी है। लोगों को बेहतर सुविधा तभी मिल सकेगी, जब वे ईमानदारी से टैक्स चुकायें। नगर निगम ने जो टैक्स निर्धारित किया है, वह बेहतर शहर बनाने के लिए जरूरी है। जो विकास नहीं चाहते हैं, वे इसका विरोध कर रहे हैं। टैक्स चुकायें, फिर भी व्यवस्था में सुधार न हो तब नगर निगम को कटघरे में खड़ा करें।
कार्यक्रम में मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, अपर मुख्य सचिव अमित खरे, प्रधान सचिव सुखदेव सिंह, एपी सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव सुनील कुमार बर्णवाल सहित अन्य अधिकारी, विभागों के इंजीनियर उपस्थित थे।