निशिकांत सिंह.पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार औरंगाबाद के दो दिवसीय दौरे के क्रम में रविवार की सुबह ओबरा प्रखण्ड के उब गांव पहुंचे। निश्चय यात्रा के क्रम में उन्होंने यहां का दौरा किया और सभी योजनाओं का गांव के मुख्य द्वार पर फीता काटकर उद्घाटन किया. इसमें हर घर नल का जल, पक्की गली-नाली, हर घर बिजली आदि शामिल है।
मुख्यमंत्री ने उद्घाटन करने के बाद गांव में योजनाओं का निरीक्षण किया और लेागों से बातचीत की. मंच से मुख्यमंत्री ने सात निश्चय को लेागों के हित में बताया। उन्होंने कहा कि इससे गांव-गांव में विकास की किरण पहुंचेगी।विकास का मतलब केवल फैक्ट्री खोल देना और चंद लोगों का अमीर हो जाना नही है। जब हर घर में नल का जल पहुंचेगा और बिजली पहुंचेगी, तब विकास की सही परिभाषा कही जायेगी। मुख्यमंत्री ने शराबबंदी से पूर्ण नशाबंदी की ओर बिहार के बढ़ने की बात कही।उन्होंने कहा कि बिहार पूर्ण नशाबंदी की ओर अग्रसर है, जिसमें आमलोगों का सही सहयोग मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि बिहार में 21 जनवरी को मानव श्रृंखला में चार करोड़ लोगों ने भाग लेकर इतिहास रच डाला। मुख्यमंत्री ने पास-पड़ोस के राज्यों से शराब की हो रही तस्करी पर भी हमला किया। उन्होंने कहा कि कुछ लेाग शराबबंदी में अमीर होना चाह रहे हैं लेकिन पुलिस और प्रशासन इस पर पूरी तरह रोक लगाने में सफल हुयी है। स्थानीय लोग भी इस घर पर ध्यान दें कि कहीं कोई शराबबंदी के बाद मादक पदार्थ का सेवन तो नहीं कर रहा है। मुख्यमंत्री ने पंचायत सरकार भवन का भी लोकार्पण करते हुये इसे आमलोगों को सौंप दिया। मुख्यमंत्री का ध्यान युवाओं पर रहा और उन्होंने बिहार के विकास में युवाओं की भूमिका को अहम बताया। उन्होंने कहा कि युवा विकास करेंगे तो बिहार भी आगे बढ़ेगा। मुख्यमंत्री ने सात निश्चयों की जानकारी मंच से दी और कहा कि इसका लाभ लोग उठायें। बैंकों से करार हो गया है और 5 साल तक स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत दिये जाने वाले लोन का सूद सरकार देगी, छात्रों को चिंता करने की जरूरत नही है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने निश्चय यात्रा के 9वें चरण के दूसरे दिन औरंगाबाद से गया जिले के आमस प्रखण्ड अंतर्गत क्रमडीह पंचायत के ग्राम सुग्गी पहुंचे और वहां खुले में शौच से मुक्त, हर घर नल का जल, गली-नाली एवं हर घर बिजली योजना का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने वहां वृक्षारोपण भी किया। उन्होंने फ्लोराइड शोधन यंत्र युक्त मिनी पाइप जलापूर्ति योजना का शुभारंभ किया, जिसके माध्यम से 126 घरों में नल का स्वच्छ जल पहुंच रहा है। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने संगम जीविका महिला संकुल स्तरीय संघ के अन्तर्गत विभिन्न जीवकोपार्जन गतिविधियों के लगाये गये स्टॉल का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के क्रम में वहां एक बच्चा को पोलियो की दवा भी पिलाई।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने वहां उपस्थित जीविका दीदियों एवं आमजनों को संबोधित करते हुये कहा कि चुनाव के पूर्व महागठबंधन बना और सात निश्चय के कार्यक्रम को महागठबंधन के साझा कार्यक्रम में शामिल किया गया। सरकार बनने के बाद सात निश्चय के कार्यक्रमों को लागू करने के लिये योजनाऐं बनायी गयीं। सात निश्चय योजना को सरकारी कार्यक्रम के रूप में स्वीकार किया गया और गहन चिंतन कर विभिन्न योजनाओं का सूत्रण किया गया। उन्होंने कहा कि आज जिन योजनाओं को लागू किया जा रहा है, उन्हीं योजनाओं को सरजमीं पर देखने के लिये निकले हैं। उन्होंने कहा कि शुरूआती दौर में देखना आवश्यक होता है कि इसके क्रियान्वयन में कोई कठिनाई तो नहीं है या योजनाओं में कोई कमी तो नहीं है ताकि उसे दूर किया जा सके, इससे अच्छी तरह से योजनाओं का क्रियान्वयन होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष 9 नवम्बर से निश्चय यात्रा की शुरूआत चम्पारण से की थी। उन्होंने कहा कि सामाजिक अभियान चलाकर शराबबंदी लागू की गयी। उन्होंने कहा कि 1 अप्रैल 2016 से ग्रामीण क्षेत्रों में पूर्ण शराबबंदी लागू की गयी किन्तु माहौल ऐसा बना कि 5 अप्रैल 2016 से शहरो में भी पूर्ण शराबबंदी लागू हो गयी। उन्होंने कहा कि शराबबंदी का व्यापक असर हुआ है और समाज में माहौल ठीक हो गया है। उन्होंने कहा कि अगर किसी को नशा की लत है तो उसे समझायें और अगर ना समझे तो नषामुक्ति केन्द्र में भर्ती करा दें।
मुख्यमंत्री ने गया में निश्चय यात्रा में कहा कि कहा कि गया की धरती अद्भुत धरती है। मैं इस धरती को नमन करता हूं और आप सबका हृदय से अभिनन्दन करता हॅू। उन्होंने कहा कि एक तरफ यह धरती ज्ञान की भूमि है और दूसरी ओर मोक्ष की, यह ऐतिहासिक भूमि है। उन्होंने कहा कि यहां अभी परम पावन दलाई लामा ने कालचक्र पूजा की। कालचक्र पूजा का भव्य एवं शानदार आयोजन हुआ। उन्होंने कहा कि 14 जनवरी को वे भी बोधगया पहुंचे थे। परम पावन दलाई लामा ने बातचीत में तथा बाद में पत्र भेजकर सफल आयोजन में सहयोग के लिये शुभकामना दी। उन्होंने कहा कि कालचक्र पूजा में 1 लाख 75 हाजर लोग शामिल हुये और 92 देशों के लोगों ने हिस्सा लिया, यह अदभुत चीज है। यह सभी लोग पूजा के लिये आये थे किन्तु बिहार के लोगों के सहयोग और प्रशासन के सहयोग की भूरि-भूरि प्रशंसा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना में श्री गुरू गोविन्द सिंह जी महाराज का 350वां प्रकाश पर्व भव्य रूप से आयोजित हुआ। हिन्दू, मुस्लिम तथा सभी धर्मों के लोगों ने इस भव्य आयोजन में अपना सहयोग दिया। प्रकाश पर्व के सफल आयोजन के लिये देश में ही नहीं विदेशों में भी बिहार की प्रशंसा हो रही है। इस अवसर पर रफीगंज के विधायक अशोक कुमार सिंह, ओबरा विधायक वीरेन्द्र कुमार सिन्हा, कुटुंबा विधायक राजेश कुमार, औरंगाबाद के विधायक आनंद शंकर सिंह, पूर्व विधायक रेणु देवी, प्रमोद चंद्रवंशी, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, पुलिस महानिदेषक पी0के0 ठाकुर, मुख्यमंत्री के सचिव अतीष चन्द्रा, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन के एम0डी0 आर0 लक्ष्मणन सहित अन्य लोग उपस्थित थे.