दुर्घटना के समय यात्रियों को बचाना पहली प्राथमिकता– डीआरएम

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सुधीर मधुकर.दानापुर.  रेल दुर्घटना में सब से पहली प्राथमिकता होती है ,यात्रियों को गोल्डन समय में किसी भी तरह उसकी जान को बचायी जाय. इसके लिए सभी तरह के उपाय किये जाते हैं | दानापुर रेल मंडल के डीआरएम रमेश कुमार झा ने मंडल के दानापुर रेलवे स्टेशन यार्ड में बुधवार को किये गए मॉक ड्रील के दौरान कहा कि घायल यात्रियों को गोल्डन समय में बचाने के लिए उसे हॉलिकेप्टर, बोट आदि से नजदीक के अस्पताल में पहुँचाने की व्यवस्था करने का भी प्रावधान है.

उन्होंने बताया कि ऐसे मौके के लिए रेलवे का अपना भी वातानुकूलित दुर्घटना राहत यान है ,जिस में प्राथमिक उपचार से लेकर तत्काल अगर जरुरत पड़ी तो घायल यात्रियों का ऑपरेशन भी किया जाता है | इस के लिए इस में सर्जन के अलावा सभी के उपकरण इस यान में हमेशा रहता है और समय समय पर इस का निरीक्षण भी किया जाता है | इस में 12 बेड का एक एसी कोच भी जुड़ा रहता है | दूसरी प्राथमिकता होती है, इस से प्रभावित यात्रियों को जरुरत की सामानों को उपलब्ध कराना और रेलगाड़ियों के परिचालन को फिर से वहाल करना |

श्री झा ने कहा कि आज रेलवे और ९वीं वटालियन ,राष्ट्रीय मोचन बल ( एनडीआरएफ ) टीम के साथ में मॉक ड्रील किया गया है | इस में एक ट्रेन दुर्घटना की सूचना सायरन बजा कर दिया गया | इस के बाद देखा गया कि रेलवे और एनडीआरएफ की संयुक्त टीम इस आपातकालीन दुर्घटना से निपटने में किस तरह समक्ष है | कमियाँ क्या रही और किन चीजों की जरुरत है , जिसे ख़रीदा जा सके ताकि समय पर काम आये | एनडीआरएफ टीम के सहायक कमान्डेंट आलोक कुमार ने बताया कि इस तरह के मॉक ड्रील से हमारी टीम की तत्परता और संसाधनों के बारे में आंकलन करने का मौका मिलता है | इस मौके पर रेलवे और एनडीआरएफ की ओर से आपात काल में इस्तमाल होने वाले आधुनिक उपकारों की प्रदशनी भी लगाई गई | इस में रेलवे कोच ,मिट्टी आदि के भीतर फंसे प्रभावित पीड़ितों की जीवित होने की जानकारी देने वाला वीएलसी कैमरा , लाईफ डिडेक्टर और देसार यूनिट ,आधुनिक उपकरणों को देखने और जानने को मिला | इस मौके पर करीब 45 सदस्यों वाली एनडीआरएफ टीम के अलावा मंडल के सम्बंधित सभी विभागों के कर्मचारी और अधिकारी अपने अपने कार्यों में पूरी तरह से लगनशील दिखे | इस में मंडल के अपर मंडल अधिकारी वरीय शाखा अधिकारी सुरक्षा जीपी मंडल के अलावा पवन कुमार, अभिजीत कुमार सिन्हा, बीबी गुप्ता, डॉ.आरके वर्मा, श्रवण कुमार, विनीत कुमार, राजेश कुमारएवं एनडीआरएफ टीम के कार्यवाहक कमान्डेंट,रविकांत,कमान्डेंट विजय सिन्हा, इंस्पेक्टर अजित कुमार आदि मौजूद थे.

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