संवाददाता.पूर्णिया. पूर्णिया के एसपी निशांत तिवारी जितने कड़क आईपीएस हैं,उतने ही सोशल भी हैं.क्रिमिनल इनके लिए दुश्मन है तो पब्लिक फ्रेंड है.इनकी पत्नी भी आईएएस अधिकारी हैं. अभी मैटरनिटी लीव पर हैं. दिवाली पर सोचा,कहां मनाएं दिवाली.गोद में बिटिया को लिया और साथ में पत्नी-पहुंच गए पूर्णिया के ही ‘नारी गुंजन’ में.
यहां तीस छोटे-छोटे बच्चे रहते हैं.कई दिव्यांग हैं.सबों को उनके माता-पिता ने कभी छोड़ दिया था.सो अब बेसहारा हैं सभी.अब ‘नारी गुंजन’ के संचालक ही इन बच्चों के मां-बाप हैं. एसपी निशांत तिवारी ने तय कर लिया था कि अपनी बिटिया संग ‘नारी गुंजन’ के इन्ही बच्चों के साथ दिवाली मनायेंगे.
बहुत जल्द बच्चों में घुल-मिल गई निशांत तिवारी की बिटिया. नारी गुंजन के बच्चों ने भी ऐशानी को खूब प्यार दिया. देर तक दोनों हंसते-खेलते रहे.दिवाली की खुशी सचमुच बहार बनकर आई थी नारी गुंजन में.ऐशानी के हाथों सभी बच्चों को अच्छी मिठाइयां भी मिली. फिर हैप्पी दिवाली के बोल भी निकले.
चलते-चलते निशांत तिवारी ने बच्चों से वायदा किया कि वे फिर मिलने को आयेंगे. बिटिया को लायेंगे,जब कभी मौका मिलेगा.नारी गुंजन के संचालकों से कहा कि कोई भी समस्या हो,बेझिझक दरवाजा जब मर्जी खटका दें.हमेशा मदद को तैयार रहेंगे.