सुधीर मधुकर
पटना.महागठबंधन की बड़ी जीत में सब से अधिक सीट लाने वाले राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के पारिवारिक मुश्किलें बढती नजर आ रही है | उपमुख्यमंत्री का राज तिलक किसके सर पर लागेगा |श्री प्रसाद के परिवार में कलह का कारण बनता नजर आ रहा है | बड़ी बेटी डॉ.मीसा भारती , बड़े बेटे तेजप्रताप और छोटे बेटे तेजस्वी भी इस के लिए तीनों ने अपनी इच्छा जाहिर कर चुके हैं कि अगर जिम्मेदारी मिली तो निभाने को तैयार हूँ |इस से साफ़ दिख रहा है कि तीनों अपने को इस पद के दावेदार मान रहे हैं | अभी सब से आगे मीसा भारती का नाम सामने आ रहा है |क्यों की मीसा पढ़ी लिखी और एक पक्के राजनीति की तरह सोंच रखती हैं ,लोकसभा का चुनाव लड़ कर अपनी काबिलियत दिखा भी चुकी है |लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने एक इंटरव्यू में स्पष्ट कर चुकी हैं कि मीसा भारती ,दिल्ली यानि लोकसभा की राजनीति करेंगी |इस के बाद भी अगर जनता और पार्टी को नजर अंदाज कर दोनों बेटे में से किसी एक को उपमुख्यमंत्री बनाया जाता है , तो साफ मैसेज जाएगा की राबड़ी देवी और श्री प्रसाद महिला यानि बेटी को नजर अंदाज कर बेटे को उतराधिकारी बनाना चाहती हैं | मीसा और जनता के साथ साथ पार्टी क्या क्या सोंच सकते हैं यह समझने की बात है | अगर सब से छोटे प्यार दुलारे और समझ बुझ रखने वाले बेटे तेजस्वी को बनाया जाता है ,तो बड़े बेटे तेजप्रताप क्या इसे सहज स्वीकार कर लेंगें , यह सहज भी नहीं है |लालू हमेशा से कहते आ रहे हैं बेटा ही उसका उतराधिकारी बनेगा |अगर छोटे बेटे को नहीं बनाया जाता है तो तेजस्वी को लगेगा काबिल होने के बाद भी उस को नजर अंदाज किया जा रहा है | इस सब कारणों से श्री प्रसाद के परिवार मुश्किलें बढ़ी हुई है |अंततः उपमुख्यमंत्री जिसे भी एस परिस्थिति में बनाया जाएगा , बाद में इस को लेकर परिवार में क्या प्रतिक्रिया सामने आएगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा | फिल हाल जनता ही नहीं श्री प्रसाद के घर में भी इस बात को लेकर मंथन चल रहा है |
इधर उम्मीदें लगायी जा रही है कि, उपमुख्यमंत्री एक नहीं दो भी हो सकता है | एक राजद और दूसरा कॉग्रेस से | येसा इस लिए की चाणक्य नीति के लिए जाने जाने वाले नितीश कुमार ,लालू प्रसाद के उतराधिकारी के सामने एक ऐसा चेहरा साथ रखना चाहते हैं ,जो बड़ा दिखे और इस का मायने और अर्थ जनता तुलना कर निकाले |