दिवाली पर गिफ्ट में न दें ये सामान,लक्ष्मी हो जाएंगी नाराज

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पं0 पवन कुमार शास्त्री.
कार्तिक मास का आरंभ होते ही त्यौहारों का आगमन हो जाता है. भारतीय संस्कृति में त्यौहारों का विशेष महत्व है क्योंकि हर वर्ष विभिन्न त्यौहारों को मनाने से लोगों में नई स्फूर्ति और ऊर्जा पैदा होती है. सभी त्यौहारों का सरताज दीपावली भारत का ही नहीं विश्व भर का सुप्रसिद्ध पर्व है जो बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. दीपों का त्यौहार दीपावली पांच पर्वों का महोत्सव है क्योंकि इसे पांच दिनों तक निरंतर अलग-अलग रूप में मनाने की परंपरा है.
धनवंतरि त्रयोदशी से शुरू हुआ यह पंच पर्व भैयादूज तक मनाया जाता है. इन पांच दिनों की पर्व श्रृंखला में श्री हनुमान जयंती, नरक चतुर्दशी/ नरक चौदस या छोटी दिवाली, दीपावली, गोवर्धन पूजा एवं भैया दूज यानी यम द्वितीया मनाई जाती है.
त्यौहारों के इस दौर में मित्रों और रिश्तेदारों को तोहफे देने की परंपरा प्राचीनकाल से ही चली आ रही है. किसी भी व्यक्ति को अपनी किस्मत से अधिक और भाग्य से ज्यादा कुछ नहीं मिलता लेकिन अनजाने में कई बार हम अपने प्रियजनों को कुछ ऐसे उपहार दे देते हैं, जिससे लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं.
दिवाली पर किसी को तोहफे में न दें ये वस्तुए-
दीपावली पूजन हेतु अभिमंत्रित श्री यंत्र, कुबेर यंत्र, लक्ष्मी चरण पादुका, 11 गोमती चक्र, 11 कोड़िया, कमलगट्टे की माला घर में जरूर रखें . यह वस्तुएं किसी को तोहफे में ना देकर खुद खरीदें. घर में गणेश जी और महालक्ष्मी की मूर्ति स्वयं तो लाएं लेकिन किसी को गिफ्ट न दें.पंच महोत्सव में 5 धातुओं से बनी कोई भी चीज तोहफे में न दें जैसे सोना, चांदी, तांबा, कांसा और पीतल लेकिन इसे अपने घर में जरूर लाएं.स्टील और लोहे से बनी कोई भी चीज गिफ्ट करें. लेकिन अपने घर न लाएं. रेशमी कपड़ें अपने लिए खरीदें लेकिन गिफ्ट नहीं करें.धनतेरस के दिन कुछ भी शापिंग करें तो अपने लिए खरीदें, किसी के लिए भेंट न लें.तेल, लकड़ी से इस्तेमाल होने वाली कोई वस्तु न खरीदें. काले रंग का कोई भी सामान न ही अपने घर लाएं और न ही गिफ्ट करें.(लेखक ज्योतिष के जानकार हैं)

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