संवाददाता. पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिवेशन भवन पटना में राष्ट्रीय चरखा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन के बाद समारोह को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय चरखा दिवस के अवसर पर सभी लोगों को बधाई एवं शुभकामनायें देता हूं. खादी का महत्व आजादी की लड़ाई से है. उस समय जो चरखे का महत्व था, उससे आप सभी अवगत हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि खादी उद्योग को बढ़ावा देने की हमारी पूरी मंशा है, इसके लिये भवन बना रहे हैं. शो रूम बनायी जा रही है. बाजार को देखते हुये खादी वस्त्रों की बार कोडिंग की सुविधा दी जा रही है. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि बिहार की खादी की ब्रांडिंग हो, इसमें शुद्धता एवं गुणवता हो, इसका प्रचार-प्रसार हो. उन्होंने कहा कि खादी वस्त्रों के तरफ नई पीढ़ी को आकर्षित करना है, उसके लिये खादी वस्त्रों का नया डिजाइन बनाना होगा. खादी वस्त्रों के नये डिजाइन के संदर्भ में उद्योग विभाग द्वारा एन0आई0एफ0टी0 पटना से समझौता किया गया है. निफ्ट खादी वस्त्रों का नया डिजाइन बनायेगा. खादी वस्त्रों की ब्रांडिंग होगी, इससे खादी वस्त्रों का मांग बढ़ेगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि खादी से जुड़े लोगों की आमदनी भी बढ़ेगी. उन्होंने खादी को बढ़ावा देने के लिये नीति बनाने को कहा. उन्होंने कहा कि हम पूरी मन से मदद करना चाहते हैं. खादी वस्त्रों में शुद्धता एवं गुणवता रहनी चाहिये. चम्पारण सत्याग्रह के सौंवें साल पर खादी को बढ़ावा देने के लिये सरकार प्रत्यनशील है. सरकार हरसंभव मदद करने को तैयार है. खादी से जुड़े संस्थानों को अपना मनोबल ऊॅचा रखना चाहिये. हम खादी उद्योग को विकसित एवं स्वावलंबी करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि बिहार की खादी की देश में अलग पहचान बनेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में रेडिमेड गारमेंट के क्षेत्र में काफी गुंजाइश है. हम चाहते हैं कि इसे इतना बढ़ावा दिया जाय कि लोगों को यहीं काम मिले. उन्होंने कहा कि ब्रांडिंग ठीक से करने पर खादी से बने कपड़ों की भी मांग होगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2 अक्टूबर 2016 से लोगों को खादी वस्त्र की खरीद पर 10 प्रतिशत की छूट राज्य सरकार देने जा रही है। खादी के प्रति लोगों का आकर्षण खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि मुझे गांधी जी के संबंध में जब भी चर्चा करनी होती थी तो पुराने गांधीवादियों से विचार-विमर्श करता हूं पटना के गांधी मैदान में गांधी जी की देश की सबसे बड़ी प्रतिमा है. इस संदर्भ में भी रजी साहब एवं अन्य गांधीवादियों से विस्तृत चर्चा हुयी थी. उन्होंने कहा कि खादी से जुड़े हुये संस्थानों की सूची बनायी जाय. उनकी जरूरतों को भी सूचीबद्ध किया जाय. इस कार्य में उन्होंने रजी अहमद जी को मदद करने को कहा. उन्होंने कहा कि खादी बोर्ड के अध्यक्ष के लिये सही आदमी की खोज की जा रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरू गोविंद सिंह महाराज के 350वें प्रकाश पर्व एवं गांधी जी के चम्पारण सत्याग्रह के सौंवें साल पर बिहार सरकार द्वारा सबसे बड़ा काम शराबबंदी किया गया है. उन्होंने कहा कि विशाल बहुसंख्यक आबादी की भलाई के लिये शराबबंदी किया गया है. कुछ लेाग इसकी आलोचना करते रहते हैं. मैं उनसे कहना चाहता हूं कि गांव में आज जाकर देखिये, कैसा माहौल है. उन्होंने कहा कि आज के इस नये माहौल से खादी उद्योग को और बढ़ावा मिलेगा। राष्ट्रीय चरखा दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गांधी जी के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 17 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाली बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के नये भवन का शिलान्यास किया गया. साथ ही 7 करोड़ रूपये की खादी भवन एवं शोरूम के पुर्णोद्धार योजना का कार्यारंभ किया गया. इसके अलावा बिहार खादी के ‘लोगो’ का विमोचन, बिहार खादी के वस्त्रों में बारकोडिंग का शुभारंभ किया गया. साथ ही मुख्यमंत्री द्वारा लाभार्थियों के बीच त्रिपुरारी मॉडल चरखा का वितरण किया गया. उद्योग विभाग की तरफ से मुख्यमंत्री को प्रतीक चिह्न भेंट किया गया. राष्ट्रीय चरखा दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने खादी ग्रामोद्योग द्वारा लगाये गये प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया.इस अवसर पर उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह, गांधीवादी रजी अहमद, प्रधान सचिव उद्योग डा एस सिद्धार्थ ने भी समारोह को संबोधित किया.