संवाददाता.शेखपुरा.लोजपा सांसद चिराग पासवान ने आरोप लगाया है कि सरकार की दोहरी नीति ने शराबबंदी का कबाड़ा कर दिया है. शराबबंदी नीतिगत रूप से सही निर्णय था लेकिन इसे लागू करने में दोहरी नीति के कारण इस अभियान की हवा निकल गई. बुरा यह भी हुआ कि जिस मुख्यमंत्री ने इसके लिए पूरे देश में अभियान चलाने का संकल्प लिया है,उन्ही के लोग इस नीति का बंटाधार करने पर तूले हुए है. चिराग पासवान शेखपुरा में बाढ़ पीडितों से मिलने के बाद उक्त बाते कहीं.
नालंदा में उत्पाद निरीक्षक की गिरफ्तारी पर टिप्पणी करते हुए चिराग ने कहा कि इस माहौल में अफसर कैसे काम करेगा जब ईमानदारी से काम के बावजूद उसे सजा भुगतनी पड़े. उत्पाद निरीक्षक ने गलत क्या किया, यही कि नीतीश के खास आदमी के काली करतूत को सबके सामने उजागर कर दिया.इसी का हश्र है वे गिरफ्तार होकर भुगत रहे है.
चिराग पासवान ने कहा कि जब अपने लोग फंसते है तो सरकार उसे तुरंत जांच करवाकर क्लिन चीट देती है औऱ ईमानदार अधिकारी पर कार्रवाई कर दी जाती है. नालंदा के उत्पाद विभाग के अधिकारी ने क्या गलत किया, शराब मिलने की सूचना पर कार्रवाई करते हुए छापेमारी की और फिर शराब मिलने पर गिरफ्तारी की गई.
जैसा कि मालूम हो कि कल शराब के साथ जदयू नेता को गिरफ्तार करना उत्पाद विभाग के लिए महंगा साबित हुआ. शनिवार की देर शाम उत्पाद विभाग के इंस्पेक्टर दीपक कुमार को डीएम-एसपी के संयुक्त आदेश पर गिरफ्तार कर लिया गया. दोनों अधिकारियों ने अपनी जांच रिपोर्ट में स्पष्ट किया था कि उत्पाद इंस्पेक्टर की संलिप्तता से जदयू नेता के घर पूर्व मुखिया सुविन्द्र सिंह ने शराब रखी थी. एसपी कुमार आशीष ने बताया कि उत्पाद विभाग के इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया है. जिससे विपक्षी दल सरकार पर हमलावर हो गए और आरोप लगा रहें है कि सरकार जानबुझकर अपने लोगों को बचा रही है और क्लीन चिट दे रही है.