निशिकांत सिंह.पटना.नीतीश कुमार की अतिमहत्वाकांक्षी शराबबंदी कानून पर ग्रहण लगता दिख रहा है.इससे संबंधित राज्य के उत्पाद संशोधन विधेयक पर राजभवन ने अबतक अपनी सहमति नहीं दी है.राज्यपाल अभी विधेयक का और अध्ययन करना चाहते है.इसके बाद ही उत्पाद विधेयक पर सहमति प्रदान कर सकते है.
इधर चर्चा इस बात को लेकर भी हो रही है कि अपनी सहमति प्रदान करने के पूर्व राज्यपाल विधेयक पर विधि विशेषज्ञों से राय-मशविरा कर रहे हैं. बिहार विधानमंडल से पारित होने के बाद राज्य सरकार ने इस महिने की पांच तारीख को बिहार उत्पाद संशोधन विधेयक 2016 को राज्यपाल की सहमति के लिए भेजा था. उत्पाद विधेयक के साथ ही दर्जन भर और विधेयक भी राजभवन की सहमति के लिए भेजे गए. जिनमें से लोकायुक्त संशोधन विधेयक को राज्यपाल ने सरकार को अपनी सुझाव के साथ वापस कर दिया. शेष विधेयक पर राजभवन ने सहमति दे दी. लेकिन उत्पाद संशोधन विधेयक पर अब तक कोई फैसला नहीं लिया है.
राजभवन सूत्रों ने बताया कि विधेयक को लागू करने के लिए अपनी सहमति देने से पूर्व राज्यपाल हर पहलू का गहन अध्ययन-मंथन कर रहे हैं.जिस मसले पर संशय की स्थिति है. उसे लेकर राजभवन सचिवालय विधि विशेषज्ञों से भी चर्चा कर रहा है. इधर, उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि विधेयक राज्यपाल की स्वीकृति हेतु 5 अगस्त को ही भेज दिया गया था,परंतु न तो राजभवन से किसी प्रकार की पूछताछ की गई और न ही विधेयक पर अब तक सहमति ही दी गई है. सूत्र बताते है कि राज्यपाल रामनाथ कोविंद और उनके प्रधान सचिव बाला प्रसाद फिलहाल पटना से बाहर है. इनके वापस लौटने पर उत्पाद संशोधन विधेयक पर मंजूरी के संबंध में अंतिम रूप से कोई फैसला लिया जा सकेगा.