निशिकांत सिंह.पटना.बाढ पर केन्द्र सरकार के असहयोग के मुद्दे पर बुलाए गए महागठबंधन नेताओं के संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में पीएम की उम्मीदवारी पर कांग्रेस की दावेदारी ने महागठबंधन की एकता की पोल खोल दी.कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी ने स्पष्ट रूप से जहां एलान किया कि 2019 में प्रधानमंत्री के उम्मीदवार राहुल गांधी होंगे वहीं जदयू ने सफाई दी कि अभी इसका समय नहीं है और राजद नेता का कहना था कि लालूजी जो चाहेंगें वही निर्णय होगा.
रविवार को राष्ट्रीय जनता दल कार्यालय में महागठबंधन के तीनों दलों का संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया था. प्रेस कांफ्रेंस बिहार में बाढ की त्रासदी पर केन्द्र सरकार का असहयोग और महागठबंधन की एकता को दिखाने के लिए आयोजित था. तीनों दलों के प्रदेश अध्यक्ष,राजद के रामचंद्र पूर्वे,जदयू के वशिष्ठ नारायण सिंह एवं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष तथा नीतीश सरकार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस में केद्र सरकार को बाढ़ राहत पर जमकर कोसा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसी तरह की मदद नहीं कर रही है. बाढ़ से बिहार बदहाल है.
जब संवाददाताओं ने प्रश्न किया कि 2019 में प्रधानमंत्री के उम्मीदवार कौन होंगे. इसपर कांग्रेस अध्यक्ष ने दो टूक कह दिया कि 2019 में हमारे नेता राहुल गांधी ही प्रधानमंत्री के उम्मीदवार होंगे. इसपर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष सकते में आ गए और कहा कि प्रधानमंत्री की उम्मीदवारी में अभी समय है 2019 में चुनाव है. अभी मात्र दो साल हुए है. उस समय क्या होगा 2016 में कहना मुश्किल होगा. हमलोग अभी एक है और एक रहेंगे. वहीं राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि मुश्किल है कहना. हमारे नेता लालू प्रसाद जिसे सपोर्ट करेंगे जो भी फैसला लेगें वह पार्टी का फैसला होगा.