संवाददाता.पटना. रविवार को बिहार के एक जाने–माने पत्रकार एवं जर्नलिस्ट्स यूनियन ऑफ़ बिहार के पूर्व महासचिव डॉ.देवाशीष बोस का निधन हो गया.जर्नलिस्ट यूनियन ऑफ बिहार के कार्यालय में आयोजित आपात बैठक में शोकसभा की गई और दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धाजंलि दी गई.
शोकसभा में पत्रकारों ने श्रद्धाजंलि व्यक्त करते हुए कहा कि डॉ.बोस के निधन से पत्रकारिता जगत को अपूर्णक्षति हुई है. बिहार के अध्यक्ष शशिभूषण प्रसाद सिंह ने इन्डियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स ,नई दिल्ली के राष्ट्रीय अध्यक्ष कामरेड के.बिक्रम राव के शोक सन्देश को पढ़कर सुनाया. अपने शोक सन्देश में श्री राव ने कहा कि संगठन ने एक कुशल एवं विलक्षण प्रतिभा के धनी साथी को खो दिया है. प्रदेश कार्यालय में स्व बोस के निधन पर आयोजित शोक सभा में वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद दत्त ने कहा कि डॉ.बोस सिर्फ पत्रकार ही नहीं बल्कि उनमें कुशल नेतृत्व क्षमता भी थी.वे कई संगठनों से जुड़े रहे. जर्नलिस्ट्स यूनियन ऑफ बिहार के महासचिव, इन्डियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स ,नई दिल्ली केन्द्रीय प्रमाणन समिति के चेयरमैन इस के अलावा प्रगति पत्रकार संघ के सचिव,श्रमजीवी पत्रकार संघ के महासचिव,राष्ट्रीय पत्रकार परिषद ( एनयूजे ) के प्रदेश उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं. साथ ही यूथ होस्टल एसोसिएशन ऑफ इण्डिया ,बिहार और पीयूसीएल,बिहार के प्रदेश उपाध्यक्ष थे. उहोंने “ भारत में सूफी संप्रदाय का उद्भव एवं विकास “ विषय पर शोध भी किया,जिस के लिए पीएचडी की उपाधि भी मिली. महासचिव सुधीर मधुकर,संगठन सचिव मोहन कुमार,उपाध्यक्ष रामानन्द सिंह रौशन, राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य अभिजीत पाण्डेय, अजय कुमार,डॉ. रामनरेश सिंह, वीणा बेनीपुरी,प्रदीप उपाध्याय,प्रभाषचन्द्र शर्मा ,निशिकांत,मुकेश कुमार सिन्हा, अजित कुमार ,चंद्रशेखर भगत आदि ने भी डॉ.बोस के निधन पर शोक व्यक्त किया.