निशिकांत सिंह.पटना.आंदोलन कर रहे थानेदारों को मुख्यमंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा जो थानेदार नौकरी छोड़ना चाहते है छोड़ दे,कोई फर्क नहीं पड़ता. लेकिन राज्य में मद्य निषेध कानून को पूरी सख्ती से लागू करना है तो करना है. इस मामले में किसी तरह का समझौता नहीं होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने किसी को वादा किया था और लागू किया. उन मां-बहनों की आंखों की खुशियां हम नहीं छिन सकते है.आपको नौकरी करनी है तो किजिए और इस्तीफा देकर घर में बैठना चाहते है तो बैठ जाईए.लेकिन राज्य में शराबबंदी रहेगा.
मुख्यमंत्री आज पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में राज्य के नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहें थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी लागू हो चुकी है. इसमें किसी तरह की ढ़िलाई का सवाल ही नहीं उठता. जो लोग थानेदार का पद छोड़ना चाहते है छोड़ दे, वे स्वतंत्र है. काम नहीं कर सकते तो मत रहिए थाना प्रभारी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी कानून के संबंध में सुझाव दें. कानून में संशोधन होता रहता है. यहां तो संविधान में 100 से अधिक बार संशोधन हो चुका है. लोगों के अच्छे सुझाव पर सरकार ध्यान देगी. नीतीश ने कहा कि ऐसा फिडबैक मिला है कि घर में अगर शराब मिलने पर घर के सभी सदस्यों के खून की जांच होगी और जिसके खून में अल्कोहल मिलेगा उसे केवल जेल भेजा जाए. इसपर सरकार विचार कर रहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायत प्रतिनिधियों को वाजिब हक दिया जाएगा.