निशिकांत सिंह.पटना. विधानसभा में एक विधायक ने गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि जब हम सदन में सवाल करते है तो अधिकारी धमकी देते है कि मानहानी का मुकदमा दायर कर देगें.राजद विधायक सरोज यादव ने आज सदन में कहा कि शिक्षक नियुक्ति में घोटाले का लिस्ट जब हम शिक्षा मंत्री को सौंपे थे तो उसके बाद हमें भोजपुर के अधिकारी ने धमकी दी कि मानहानी का मुकदमा कर देंगे.
इस पर लोकलेखा समिति के अध्यक्ष व भाजपा नेता नंदकिशोर यादव ने कहा कि बहुत ही गंभीर विषय है. इसे हल्का में न लिजिए. भाई बिरेंद्र ने कहा कि सदन की संयुक्त समिति द्वारा जांच कराई जाए व दोषी अधिकारी पर तत्काल कार्रवाई की जाए.
इसपर स्पीकर विजय कुमार चौधरी ने भी इस मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि ऐसे मामलों के लिए विशेषाधिकार हनन के प्रस्ताव लाने का प्रावधान है आप नियमानुसार मामला उठाइए.तब राजद के भाई बिरेन्द्र ने कहा कि नियमानुसार आने से तो तीन माह लग जाएंगें.भाजपा के नंदकिशोर यादव ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि सदस्य नए हैं जिन्हें नियमों की जानकारी नहीं है.इसलिए सदन की सर्वदलीय समिति का गठन कर जांच करा ली जाए.
इसके अलावा बिहार विधानसभा में आज शिक्षा का मुद्दा भी छाया रहा.राज्य में शिक्षकों की कमी, खराब शिक्षा व्यवस्था, शिक्षकों की बहाली के साथ-साथ मेघा घोटाला पर सरकार की विधानसभा में जमकर खिचाई की गई. प्रश्नोत्तर काल के दौरान राज्य के कई विद्यालयों में शिक्षकों की कमी का मामला सामने आया. वहीं विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की भारी कमी का भी सवाल उठाया गया.
राज्य सरकार अभी 34 सौ व्याख्याताओं की बहाली लोकसेवा आयोग के जरिए हो रहा है लेकिन अभी 6888 शिक्षकों की कमी है. मामला उठाया पूर्व मंत्री श्याम रजक ने. उन्होंने सवाल किया कि कैसे सरकार शिक्षकों की कमी के बाद भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दे पाएगी.
शुन्य काल के दौरान भाजपा ने राज्य में लगातार दलितों पर हुए अत्याचार का मामला उठाया और सदन की कार्यवाही बाधित की.