निशिकांत सिंह.पटना. जन अधिकार पार्टी (लो) के संरक्षक और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा है कि दलितों के सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और शैक्षणिक अस्मिता और पहचान समाप्त करने की साजिश की जा रही है. रोहित वेमूला से लेकर गुजरात और बिहार की तक घटनाएं इसी बात का गवाह है. आज पटना में पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टियों ने दलितों का वोट के लिए इस्तेमाल किया, लेकिन दलितों के सर्वांगीण विकास की कभी ईमानदार कोशिश नहीं की. दलितों का सर्वाधिक उत्पीड़न बिहार में हो रहा है.
श्री यादव ने कहा कि देश में दलितों और मुसलमानों की स्थिति बदहाल है. इन दोनों को साझा राजनीति करनी चाहिए और राजनीतिक दलों को सबक सिखाना चाहिए. लालू यादव, नीतीश कुमार, मुलायम सिंह यादव आदि सभी नेताओं ने दलितों के स्वाभिमान के साथ खिलवाड़ किया और हाशिए पर धकेल दिया. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को जातीय और धार्मिक उन्माद फैलाने वाली पार्टियों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए.
श्री यादव ने कहा कि महिलाओं के सम्मान और उनकी प्रतिष्ठा पर वोट की राजनीति नहीं होनी चाहिए. यूपी में मायावती को लेकर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले दयाशंकर सिंह के खिलाफ भाजपा ने कार्रवाई की और अब उनकी पत्नी को आगे कर राजनीति कर रही है. यह नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि बिहार में नेता, पुलिस और माफिया की गठजोड़ से शराब की आपूर्ति की जा रही है. इस सिंडिकेट को ध्वस्त किया जाना चाहिए. उन्होंने गुजराज में दलितों के खिलाफ की गयी हिंसा की निंदा की और इसकी सीबीआई जांच की मांग की.
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह कुशवाहा ने कहा कि राज्य में नक्सली हिंसा और दलित उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं पर मंथन करने के लिए जन अधिकार पार्टी (लो) की राष्ट्रीय और प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक कल रविवार को पटना में आयोजित की जा रही है. इसमें पार्टी अपनी रणनीति बनाएगी और आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेगी. उन्होंने कहा कि पार्टी मुजफ्फरपुर में दलितों के उत्पीड़न के खिलाफ 26 जुलाई को जिला मुख्यालयों पर सरकार का पुतला दहन करेगी. इसमें सभी प्रकोष्ठों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल होंगे.