निशिकांत सिंह.पटना.झारखंड के सीएम रघुवर दास के एक बयान ने बिहार के सियासी तापमान को गरमा दिया है.उनके बयान पर नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि रघुवर दास पहले झारखंड को ठीक से संभाल ले. उसके बाद बिहार पर कुछ बोलें.
रांची में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद में भाग लेने पहुंचे तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार से अपने आप को तुलना न करें. क्योंकि उनको चेहरा पर वोट नहीं दिया है झारखंड की जनता ने जबकि नीतीश कुमार को जनता ने चेहरा देखकर वोट दिया है. तेजस्वी यादव ने नहले पर दहला मारते हुए कहा कि बिहार के लड़कों को झारखंड में पढ़ाई के लिए बुलाने का क्या मतलब.क्या वो बिहार के लड़कों को बुलाकर शराब पिलाना चाहते हैं.
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार के प्रतिभावान छात्रों को न्योता देने से पहले रघुवर दास जी आईआईटी और यूपीएससी का रिजल्ट देख लेना चाहिए. वे बिहार की प्रतिभा का माखौल उड़ा रहे हैं. पहले वो बोलते थे बिहारियों को नौकरी देंगे नहीं. साथ ही तेजस्वी ने कहा कि ये सरकार व्यापारियों की सरकार है, शिक्षा में झांसे के बहाने पैसा लूटना चाहते है.
इधर पटना में राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने कहा कि बिहार के बच्चे झारखंड में नहीं पढ़ेंगे. रघुवर दास अपने राज्य में जैसी पढ़ाई करा रहे हैं वे कराएं. रघुवर ने बिहारियों के साथ कैसा सलूक किया है किसी से छिपा नहीं है. बिहारियों को वहां दूसरे दर्जे का नागरिक बना दिया है.
जदयू के नीरज कुमार ने कहा कि झारखंड और बिहार जब एक थे,तब से बिहार शिक्षा के मामले आगे रहा है. व्यक्तिगत तौर पर नीतीश कुमार भी बेहतर शिक्षण संस्थानों में पढ़े है. बिहार ज्ञान की भूमि है. किसी एक घटना के आधार पर बिहार का आकलन करने वालों को मुंह की खानी पड़ेगी. यह घोटाला ही नजीर बनेगा क्योंकि कार्यवाई की जा रही है. वही जदयू के राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि रघुवर दास जी झारखंड में चल रहे शराब बंदी अभियान से तिलमिला गए है. इस लिए इस तरह की फजूल बयान दे रहे हैं.