संवाददाता.अरवल.सदर प्रखंड अंतर्गत बाल विकास परियोजना कार्यालय में सेविकाओं को अनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक ललन कुमार सिंह की अध्यक्षता में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
इस दौरान प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक ललन सिंह ने जानकारी देते हुए बताया गया कि अनीमिया दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग एवं आईसीडीएस के सहयोग से अनीमिया कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए छः अलग अलग एज ग्रुप के लोगों को आयरनयुक्त दवा दिया जाता है जिसके तहत आंगनवाड़ी केंद्रों पर विद्यालय नहीं जाने वाली किशोरियों को चिन्हित कर प्रत्येक बुधवार को दवा खिलाया जाता है।
इस दौरान पीरामल फाउंडेशन के जिला प्रतिनिधि नीरज कुमार के द्वारा सेविकाओं को आयरन के महत्व पर जानकारी देते हुए बताया गया कि एन.एफ.एच.एस के रिपोर्ट के अनुसार भारत में लगभग 54 प्रतिशत लड़कियों में खून की कमी पाई गयी है एवं लगभग 68 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं में खून पायी गयी है। इस कमी से अनीमिया में किशोरावस्था में अगर आयरन की मात्रा सामान्य नहीं हो तो बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है। बच्चे खेल में भी रुचि नहीं ले पाते हैं। यहां तक कि याददाश्त भी कमजोर होते जाता है । इसको दूर करने के लिए आयरन की दवा के साथ साथ घर मे खान पान के दौरान आयरन से सम्बंधित खाद्य पदार्थों को शामिल करने के साथ साथ स्वच्छता का पालन करने पर जोर दिया गया।
सीडीपीओ द्वारा सभी सेविका को निर्देश दिया गया कि सभी सेविका विद्यालय नहीं जाने वाली किशोरियों का सर्वे कर प्रत्येक बुधवार को दवा खिलाएं एवं आयरन से होने वाले दुष्प्रभाव से भी अवगत कराएं। इस कार्यक्रम में जिला परियोजना से महिला विकास निगम के जिला प्रबंधन एवं अन्य कर्मी उपस्थित थे।