स्वामी सहजानदं सरस्वती की पुण्य तिथि पर कार्यक्रम

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Sahajanand Saraswati

संवाददाता.पटना.स्वामी सहजानदं सरस्वती की पुण्यतिथि के अवसर पर जार्ज फर्णाडिस विचार मंच द्वारा पत्रकार नगर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।
सोमवार को आयोजित इस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राजीव कुमार उर्फ संजय याजी, प्रदेश (बिहार) अध्यक्ष, जार्ज फर्णाडिस विचार मंच ने स्वामी जी द्वारा स्थापित सीताराम आश्रम, बिहटा, मनेर प्रगणा, पटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस ट्रस्ट की स्थापना निबंधन सख्या 2668, दिनांक 27/05/1927 को संस्कृत, हिन्दी, अग्रेंजी के शिक्षा के लिए की गई थी ।
इस सीताराम आश्रम के लिए निम्नलिखित 7 लोगों को ट्रस्टी बनाया गया था।1: परमहंस परीवराजकाचार्य स्वामी सहजानदं जी सरस्वती 2: बाबु गणेश दत्त सिंह, वर्तमान मिनिस्टर, लोकल बोर्ड गोवरमेटं, पटना 3: पंडित शिवनदंन राय जी, वकील हाई कोर्ट, पटना 4: बाबु रजनधारी सिंह, जमीनदार, धरहरा कोठी, भीखना पहाडी, पटना 5: बाबु राम सागर मउआर, जमीनदार, मौजा राघोपुर, प्रगणा व थाना मनेर, जिला- पटना 6: बाबु टीपन प्रसाद सिंह, जमीनदार, भवानी टोला, प्रगणा व थाना मनेर, जिला – पटना 7: पंडित राम बहादुर शर्मा, वकील, जिला कोर्ट, कदम कुआँ, पटना।
उन्होंने बताया कि स्वामीजी के बचपन का नाम नौरंग राय था। काशी में आदि शंकराचार्य की परंपरा के स्वामी अच्युतानन्द से दीक्षा लेकर संन्यासी बन गए। बाद के दो वर्ष उन्होंने तीर्थों के भ्रमण और गुरु की खोज में बिताया। 1909 में पुन: काशी पहुंचकर दंडी स्वामी अद्वैतानंद से दीक्षा ग्रहणकर दंड प्राप्त किया और दंडी स्वामी सहजानंद सरस्वती बने। वे आदि शंकराचार्य संप्रदाय के दशनामी संन्यासी अखाड़े के दंडी संन्यासी थे।स्वामी सहजानंद को भारत में किसान आंदोलन का जनक माना जाता है । स्वामी जी किसान , मजदूर, श्रमिक, वंचित, शोषित, सर्वहारा वर्ग के हितों के लिए कार्य किया।
इस अवसर पर श्री याजी ने बिहटा (मनेर प्रगणा, पटना) रेलवे स्टेशन का नाम स्वामी सहजानदं सरस्वती के नाम पर करने की माँग की। इस अवसर पर प्रिंस वत्स, ऋषभ, धनंजय कुमार सिंह, श्रीधर कुमार, सतीश कुमार, सुजीत कुमार झा,  कुमार शैलेन्द्र, रौशन कुमार सहित कई लोग उपस्थित थे।

 

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