संवाददाता.पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ‘समाधान यात्रा’ के क्रम में भोजपुर जिले में विभिन्न विभागों के अंतर्गत चल रही विकास योजनाओं का जायजा लिया।मुख्यमंत्री ने भोजपुर जिले के कोईलवर प्रखंड की कुल्हड़िया पंचायत के सकड्डी ग्राम में त्रिशा, त्रिशान इंडस्ट्री के तहत स्थापित एक्वाकल्चर पौंड एंड बायोफ्लॉक फिश फार्मिंग प्रशिक्षण एवं रिसर्च केंद्र का उद्घाटन किया।
उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने तालाब में मछली डालकर इस सेंटर में मछली पालन का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने फिश कोल्ड रूम का जायजा लिया। उन्होंने प्रशिक्षण एवं रिसर्च केंद्र का भी निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं और किए जा रहे कार्यों के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने यांत्रिक एअरेटर का बटन दबाकर अधिष्ठापन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री तालाब मत्स्यकी विकास योजना के अंतर्गत मत्स्य विपणन कार्यक्रम के तहत लाभुकों को वाहन का वितरण किया एवं तीन लाभुकों को क्रमशः 20 हजार रुपये, 28 हजार रुपये और 8 हजार रुपये का सांकेतिक चेक प्रदान किया।
बिहार में नीली क्रांति की शुरुआत होने के पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जो-जो चीजें शुरू की गई हैं, उन्हीं सब को विभिन्न जगहों पर जाकर हमलोग देख रहे हैं। यहां भी हमने आकर देखा है, बहुत अच्छा काम हो रहा है। जीविका की दीदियों को जो जिम्मेदारी हमलोगों ने दी है उसको वो लोग बेहतर तरीके से कर रही हैं। सभी जीविका दीदियां काम करने में लग गई हैं तो कितना अच्छा लग रहा है। इससे उनकी आमदनी भी बढ़ी है। पहले बिहार में बाहर से मछली लायी जा रही थी। पहले बिहार की क्या हालत थी । जब हमलोगों ने कृषि रोडमैप के तहत मछली पालन शुरु कराया तो कितना फायदा हुआ है। तीसरे कृषि रोडमैप में यह लक्ष्य निर्धारित किया गया था कि बिहार में जितना मछली के उत्पादन की जरूरत है, वह पूरा कर लिया जायेगा। उसी के अनुरूप अभी बहुत कम काम बचा हुआ है, इस साल वो लक्ष्य भी पूरा हो जायेगा। अब बिहार से भी मछली दूसरी जगहों पर भेजी जा रही है।
इको टूरिज्म से संबंधित सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा। जितने लोग आएंगे और इसे देखेंगे उससे लाभ ही होगा। मिथिलांचल, चंपारण और उसके बाद अब शाहाबाद में मछली पालन किए जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों का उद्देश्य है कि पूरे बिहार में यह काम हो। अब तक तीन कृषि रोड मैप का काम पूरा हुआ है। चौथे कृषि रोडमैप का काम शुरु होने वाला है।
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने कोईलवर प्रखंड के धण्डीहा ग्राम स्थित मिशन कायाकल्प के तहत राजकीयकृत प्लस टू विद्यालय का निरीक्षण किया। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने वहां की व्यवस्थाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने बच्चों से पढ़ाई के संबंध में चर्चा की। छोटे बच्चों ने खेल-खेल में ही पढ़ने के तरीके से मुख्यमंत्री को अवगत कराया।मुख्यमंत्री ने डिजिटल क्लास रूम का भी जायजा लिया और तकनीक के माध्यम से दी जा रही शिक्षा की जानकारी ली तथा क्लास रूम में पढ़ रहे बच्चों से बात की। मुख्यमंत्री ने उन्नयन स्मार्ट क्लास रूम का भी निरीक्षण कर वहां पढ़ रहे बच्चों से बात की और उनकी सराहना की।
परीक्षण के पश्चात् मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुये कहा कि स्कूलों को प्लस टू स्तर तक का बनाया जा रहा है ताकि बच्चे-बच्चियां ठीक से पढ़ें और आगे बढ़ें। इस स्कूल को और विकसित किया गया है उसे ही देखने हमलोग यहां आये हैं। अब गांवों में भी स्मार्ट क्लास में पढ़ाई हो रही है। बच्चों को एक-एक चीज की जानकारी दी जा रही है। स्कूलों में खेलकूद की भी व्यवस्था की गई है। इस स्कूल में सौर ऊर्जा से बिजली मिल रही है। हम हमेशा कहते रहे हैं जितने भी सरकारी भवन हैं उनकी छतों पर सोलर प्लेट लगाईये। यहां भी सोलर लाइट देखकर मुझे काफी खुशी हुई है। इस स्कूल को जितनी बिजली की जरूरत है वह सोलर इनर्जी से पूरी हो जा रही है। इस तरह के विद्यालय सभी जगहों पर बनाये जाने हैं। इसको लेकर पैसे का एलॉटमेंट कर दिया गया है। बिहार के सभी सरकारी स्कूलों को और बेहतर बनाना है। शिक्षकों की बहाली भी की जा रही है। बिहार में पढ़ाई और लोगों के इलाज के लिए भी व्यवस्था की गई है। दवा की उपलब्धता भी करायी गयी है। लोगों की उन्नति को लेकर कई काम किये जा रहे हैं।
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ग्राम पंचायत संदेश के तीर्थकौल गांव पहुंचे और वहां के किसानों एवं ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को समाधान के निर्देश दिये। सतत् जीविकोपार्जन योजना की लाभार्थी जीविका दीदियों से मुख्यमंत्री ने मुलाकात की और उनके द्वारा लगाए गए उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने जीविका समूह को 81 लाख 31 हजार रुपये का सांकेतिक चेक प्रदान किया।
भ्रमण और निरीक्षण के पश्चात् मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जीविका दीदियों के कहने पर ही बिहार में शराबबंदी लागू की गई। शराबबंदी को लेकर जीविका दीदियां काफी अलर्ट रहती हैं। शराबबंदी लागू होने के बाद समाज में आये परिवर्तन को जीविका दीदियां बताती रहती हैं। आज जीविका दीदियां सभी काम कर रही हैं। अपने कार्यों एवं उपलब्धियों से संबंधित गाना बनाकर गा भी रही हैं। आज जीविका दीदियां काफी खुश हैं। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत संदेश में अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई का शिलापट्ट अनावरण कर लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री दिव्यांगजन सशक्तीकरण छात्र योजना के अंतर्गत मुख्यमंत्री ने लाभार्थियों को ट्राई साइकिल की चाबी प्रदान की ।