निशिकांत सिंह.पटना.पीएंसीएच में कल देर रात हंगामा और मारपीट के बाद जूनियर डाक्टर हड़ताल पर चले गए है जिससे वहां भर्ती मरीजों की हालत खराब हो गई है. भगवान भरोसे मरीज पड़े हुए है. रविवार को देर शाम पीएमसीएच रणक्षेत्र में तब्दिल हो गया. जूनियर डाक्टरों और लोगों के बीच जमकर मारपीट हुई. सूचना मिलते ही सिटी एसपी दलबल के साथ पहुंचे. हंगामा शांत कराने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा.
मारपीट में दोनों पक्षों के आधा दर्जन लोग घायल हो गए. डेढ घंटे बाद पुलिस ने हालात पर काबू पाया. पीजी डाक्टर आनंद अभिषेक सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया. जिसके बाद जूनियर डॉक्टरों ने कार्य करना बंद कर दिया. देर रात तक पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी डॉकरों से वार्ता करते रहें. जूनियर डाक्टरों का कार्य बहिष्कार से वहां भर्ती मरीजों का बुरा हाल हो गया. गंभीर रूप से घायल मरीजों को परिजन निजी अस्पतालों में लेकर चले गए. तनावपूर्ण माहौल के मद्देनजर प्रशिक्षु डीएसपी वंदना सहित कई थानेदार और भारी संख्या में बल कैंप कर रहें है.
बताया जाता है कि शाम करीब पांच बजे काली घाट पर स्नान के दौरान बेगुसराय निवासी इंजीनियर सुमन सौरव गंगा में डूब गया. नदी से निकालकर दोस्त उसे पीएमसीएच पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने सुमन को मृत घोषित कर दिया. सुमन के साथी डॉक्टरों की बात का भरोसा नहीं कर रहे थे. वे बार बार डॉक्टरों से इलाज को कहने लगे. जिसके बाद दोनों पक्षों में तनातनी हो गई. देखते देखते ही दर्जनों लोग इमरजेंसी में घुस गए और जूनियर डॉक्टरों, नर्स औऱ स्टाफ की पिटाई कर दी.
घटना की जानकारी मिलते ही दूसरे जूनियर डॉक्टर और आसपास के लॉज में पढ़ने वाले लडके डॉक्टरों के पक्ष में पहुंच गए. उन्होंने सुमन के परिजनों को घेर लिया और पीटने लगे. जानकारी मिलते ही सिटी एसपी और एसडीएम पहुंचे. उन्होंने डॉक्टरों को समझाने की कोशिश की लेकिन उनके पक्ष में खड़े नॉन मेडिकल छात्र अधिकारियों से उलझ गए. पुलिस ने बल प्रयोग कर भीड़ को खदेड दिया. मुख्य आकस्मिक पदाधिकारी डॉ अभिजित कुमार के अनुसार लोग मृत युवक को जिंदा करने की जिद करने लगे. दो घंटे जमकर हंगामा किया. डॉक्टर्स ने पुलिस को फोन कर घटना की जानकारी दी. इस बीच इमरजेंसी की पूरी व्यवस्था अस्त व्यस्त रहीं. प्राचार्य डॉ ए. एन. सिन्हा ने कहा बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों ने जमकर पमारपीट की है. इस तरह मार खाकर इलाज नहीं होगा.