संवाददाता.पटना.नीतीश मंत्रिमंडल के विस्तार में कुल 31 मंत्रियों को शामिल किया गया। राज्यपाल फागू चौहान ने राजभवन स्थित राजेन्द्र मंडप में इन मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव व पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी राजभवन में आयोजित मंत्रियों के शपथग्रहण में शामिल हुये।विभागों के बंटवारे में महागठबंधन में सबसे ज्यादा बजट वाले विभाग राजद को मिले हैं।
मंगलवार को शपथ लेने वाले मंत्रियों में विजय कुमार चौधरी,बिजेंद्र प्रसाद यादव, आलोक कुमार मेहता, तेज प्रताप यादव, आफाक आलम, अशोक चौधरी, श्रवण कुमार, सुरेंद्र प्रसाद यादव, डॉ० रामानंद यादव, लेशी सिंह, मदन सहनी, कुमार सर्वजीत, ललित कुमार यादव, संतोष कुमार सुमन, संजय कुमार झा, शीला कुमारी, समीर कुमार महासेठ, चंद्रशेखर,सुमित कुमार सिंह,सुनील कुमार,अनिता देवी, जितेंद्र कुमार राय, जयंत राज, सुधाकर सिंह, मो० जमा खान, मुरारी प्रसाद गौतम, कार्तिक कुमार, शमीम अहमद, शाहनवाज, सुरेंद्र राम एवं मोहम्मद इसराईल मंसूरी शामिल हैं।
बिहार में 10 अगस्त को आठवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले नीतीश कुमार ने एक हफ्ते के भीतर मंत्रिमंडल विस्तार कर दिया। मंगलवार को 31 कैबिनेट मंत्रियों ने शपथ ली। मंत्री बनने वाले कुल 31 विधायकों में राजद से सबसे ज्यादा 16, जदयू से 11, कांग्रेस से 2, हम से एक और एक निर्दलीय शामिल हैं।
ज्यादातर बड़े विभाग जदयू के पास हैं। मुख्यमंत्री ने गृह, सामान्य प्रशासन समेत 5 विभाग अपने पास रखे हैं। वित्त जदयू के विजय चौधरी को दिया गया है। तेजस्वी को स्वास्थ्य, पथ निर्माण, नगर विकास और ग्रामीण कार्य का जिम्मा मिला है। लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग सौंपा गया है।लेकिन सबसे ज्यादा बजट वाले विभाग राजद को मिले हैं। उसके हिस्से में 20 विभाग आए हैं, जिसका कुल बजट 99305.61 करोड़ रुपए है। वहीं जदयू को भी 20 विभाग मिले हैं। इनका बजट 68902 करोड़ रुपए है। सीएम नीतीश कुमार से ढाई गुना ज्यादा बजट वाले विभाग डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के पास है। उपमुख्यमंत्री को 40,741.32 करोड़ रुपए बजट के 4 विभाग हैं, जबकि नीतीश कुमार के 5 विभागों का बजट 16027.65 करोड़ रुपए है।
नीतीश की नई कैबिनेट में पिछड़े-दलितों को पिछली बार से ज्यादा मौका मिला, तो अगड़ी जातियों के मंत्रियों की संख्या में कमी आई। सबसे ज्यादा 8 यादव मंत्री कैबिनेट में हैं। पिछड़ी और अति पिछड़ी जातियों से सबसे ज्यादा 17, दलित वर्ग से 5 और मुस्लिम समुदाय से 5 चेहरे लिए गए हैं।महागठबंधन सरकार में मिथिलांचल से सबसे ज्यादा 10 मंत्री बनाए गए हैं। इसके बाद भोजपुर-शाहाबाद से 7 और मगध से 4 मंत्री बने हैं। वहीं, कोशी से 2, सीमांचल से 3 और अंग-प्रदेश से 2 मंत्री बनाए गए हैं।