संवाददाता.पटना.मॉं काली पर बने डाक्यूमेंट्री फिल्म के एक पोस्टर एवं टीएमसी सांसद द्वारा विवादित बयान के खिलाफ भाजपा कला संस्कृति प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक बरूण कुमार सिंह के नेतृत्व में प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों द्वारा एक एफआईआर फिल्म की निर्माता लीना मणिमेकलाई एवं इस विषय पर विवादित बयान देने के कारण टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ पटना के कोतवाली थाने में दर्ज कराने के लिए पहुंची टीम के साथ थानाध्यक्ष एवं डीएसपी द्वारा एफआईआर दर्ज करने से साफ मना कर दिया गया ।
श्री सिंह के अनुसार इतना ही नहीं उनके द्वारा संयोजक सहित प्रकोष्ठ के सभी अधिकारियों को अपमानित करते हुए उन्हें वहां से भगा दिया गया । डीएसपी और थानाध्यक्ष से यह पूछे जाने पर कि आप एफआईआर क्यों नहीं दर्ज कर रहे हैं ? जबकि उनको यह बताया गया इस देश के बहुसंख्यक हिन्दुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचा है और उसमें हम भी शामिल हैं । इस पर उन्होंने कहा कि कोई हिन्दुओं की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचा है, आप लोग नेतागिरी कर रहे हैं । इस प्रकार उन्होंने एफआईआर लेने से मना कर दिया और कहा कि आप लोगों को जहां जाना है जाइये, यहॉं थाने में एफआईआर दर्ज नहीं होगा ।
आपको बताते चलें कि काली फिल्म में माता काली को सिगरेट पीते हुए एक पोस्टर में दिखाया गया है । साथ ही इसके बाद टीएमसी की सांसद द्वारा मॉं काली को मांस और मदिरा सेवन करने वाली देवी बताया गया है । जिससे इस देश के बहुसंख्यक हिन्दुओं की भावना को ठेस पहुंचता है । इसी को लेकर के इन दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए प्रकोष्ठ के लोगों ने एक आवेदन कोतवाली थाना प्रभारी को देने गये थे ।
एफआईआर दर्ज कराने वालों में प्रकोष्ठ के संयोजक बरूण सिंह, मुख्यालय प्रभारी आनंद पाठक, मुख्य प्रवक्ता नीरज दूबे, सुमित शषांक, बरूण राज सिंह, गौतम दत्ता, मिथुन राज, मनीष चन्द्रेश, रवि केषरी, सन्नी कुमार, राज रंजन एवं प्रकोष्ठ के अन्य पदाधिकारी शामिल थे ।