प्रमोद दत्त
जनता दल विभाजन के बाद जनता दल (जार्ज), जो आगे चलकर समता पार्टी बनी, के अध्यक्ष जार्ज फर्नांडीस पर हुए जानलेवा हमले के विरोध में तब के श्रम मंत्री वशिष्ठ नारायण सिंह ने लालू मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था. उन दिनों लालू समर्थकों ने जार्ज-नीतीश के नेतृत्व में जनता दल छोड़ने वाले सांसदों का जगह-जगह विरोध हो रहा था.
19 जुलाई ’94 को तत्कालीन श्रममंत्री वशिष्ठ नारायण सिंह, जो अभी जदयू से सांसद एवं प्रदेश अध्यक्ष हैं ने मंत्रिमंडल से दिए अपने इस्तीफे में कहा था कि ”श्री फर्नांडीस पर हुए कातिलाना हमले तथा आपकी मेरे प्रति लगातार बरती गई उपेक्षा से क्षुब्ध होकर मैं मेरे पद से त्याग पत्र दे रहा हूं.” उन्होंने अपने पत्र में आगे लिखा था ” आप और मैं एक ही धारा से जुड़े व्यक्ति रहे हैं. हम दोनों ने अपने अन्य हजारों साथी-सहयोगियों के साथ मिलकर आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया था. लेकिन मेरे जैसे साथियों के प्रति आपकी उपेक्षा तथा श्री जार्ज फर्नांडीस पर हुए हमले से मैं महसूस करता हूं कि आप वह संकल्प भूल गए हैं.”