संवाददाता.पटना. राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने आरोप लगाया है कि बिहार में डीएलएड सत्र 2019-21 के प्रशिक्षुओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।उन्होंने कहा है कि लॉकडाउन मे छूट मिलने के साथ ही विभिन्न विश्वविद्यालयों द्वारा परीक्षाओं का दौर शुरू किया जा चुका है। बिहार में डी॰एल॰एड॰ की परीक्षा बिहार विधालय परीक्षा समिति द्वारा संचालित की जाती है। काफी दबाव बनाये जाने के बाद परीक्षा समिति द्वारा परीक्षा का तो शिड्यूल जारी कर दिया गया पर उससे वर्तमान प्रशिक्षणार्थी अगले वर्ष होने वाले शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल नहीं हो पायेंगे।
राजद प्रवक्ता ने बताया कि बिहार में डी०एल०एड सत्र 2019-21 का सत्र जून 2021 में हीं समाप्त हो गया हैं। डीएलएड प्रशिक्षुओं द्वारा बिहार विद्यालय परीक्षा समिति एवं शिक्षा विभाग से गुहार लगाने के बाद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा परीक्षा संबंधित शेड्यूल निकाल दिया गया है, जिसके अनुसार डीएलएड सत्र 2019-21 का परीक्षा 27 नवंबर से होगा ।इससे प्रशिक्षु काफी मायूस एवं चिंतित हो गये हैं।यदि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति नवंबर में परीक्षा लेती है तो इसका परिणाम भी जनवरी 2022 के बाद हीं आयेगा। जिसकी वजह से ये प्रशिक्षणार्थी शिक्षक बहाली के लिए होने वाली आगामी शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल नहीं हो पायेंगे । फिर इन्हें लम्बे समय तक प्रतीक्षा करनी होगी । और शिक्षक बहाली की प्रक्रिया जिस रफ्तार से चल रही है, उससे यह भी संभव है कि कई प्रशिक्षणार्थियों की उम्र सीमा ही समाप्त हो जाए। इसके साथ हीं रिजल्ट निकलने में बिलम्ब की वजह से अन्य पाठ्यक्रम में इनका नामांकन भी संभव नहीं हो पायेगा।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि यदि विभिन्न विश्वविद्यालयों द्वारा बीएड का परीक्षा अक्तूबर में लिया जा सकता है तो बिहार विधालय परीक्षा समिति क्यों नहीं डीएलएड की परीक्षा सितंबर के आखिरी सप्ताह या अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में ले रही है जिससे प्रशिक्षणार्थियों का भविष्य सुरक्षित रह सके । राजद प्रवक्ता ने बिहार विधालय परीक्षा समिति से डीएलएड परीक्षा के लिए घोषित शिड्यूल पर पुनर्विचार कर उसे संशोधित करने माँग की है।