संवाददाता.पटना. राष्ट्रीय जनता दल ने सरकार पर शिक्षकों के साथ तानाशाह की तरह व्यवहार करने का आरोप लगाया है।कटिहार के शिक्षक निलंबन मामले पर चेतावनी देते हुए राजद ने कहा है कि सरकार यदि शिक्षकों को प्रताड़ित और अपमानित करने के अपने रवैये में बदलाव नहीं लाती है तो इसके गंभीर परिणाम होंगे।
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि जिस शिक्षक को राष्ट्र का निर्माता कहा जाता है सरकार उसे प्रताड़ित करने का बहाना ढूंढते रहती है। इसका ज्वलंत उदाहरण कटिहार जिले के कदवा प्रखंड अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालय कन्ताडीह के प्रधान शिक्षक तमीजुद्दीन के खिलाफ की गई निलंबन की कार्रवाई है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि शिक्षा विभाग के विशेष सचिव सह निदेशक मध्याह्न भोजन योजना सतीश चंद्र झा द्वारा सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को ज्ञापांक 983 / 22 जुलाई 2021 के माध्यम से निर्देशित किया गया है कि मध्याह्न भोजन वाले बोरों को दस रूपये प्रति बोरा बेचकर, प्राप्त होने वाली राशि को प्रपत्र के कॉलम में भरा जाये । निदेशक के पत्र के आलोक में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने सभी विधालयों के प्रधान शिक्षकों को मध्याह्न भोजन के बोरों को दस रूपये प्रति बोरा बेचकर राशि जमा करने का निर्देश दिया गया साथ हीं कहा गया जो शिक्षक पैसा जमा नहीं करेंगे उनका वेतन रोक दिया जायेगा।
ऐसी स्थिति में फिक्स्ड रेट पर बोरा बेचना तो शिक्षक की मजबूरी है। इस परिस्थिति में यदि कोई शिक्षक बोरा बेच रहा है और इसे अपराध मानकर उसके खिलाफ कार्रवाई होती है तो यह घोर अन्याय हीं नहीं बल्कि जघन्य अपराध है।
सरकारी आदेश के अनुरूप बोरा बेचने को मजबूर पंचायत शिक्षक तमीजुद्दीन को विशेष सचिव सह निदेशक मध्याह्न भोजन के ज्ञापांक 1090/8 अगस्त 2021 का अनुपालन करते हुए पंचायत सचिव ग्रामपंचायत भागांव प्रखंड कदवा द्वारा निलंबित कर दिया गया है। राजद प्रवक्ता ने सरकार के इस कदम को तानाशाही और तुगलकी फरमान बताते हुए तीखी आलोचना की है।