निशिकांत सिंह.पटना. भाजपा विधानमंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राज्य सरकार को खरीद करनी थी 30 लाख मेट्रिक टन लेकिन खरीद हुई मात्र 18 मेट्रिक टन जो पिछले साल से भी कम खरीददारी हुई. एक तरफ राज्य सरकार किसानों के धान की खरीद पर बोनस नहीं दे पा रहीं है और दूसरी ओर किसानों के धान खरीद नहीं पायी. इससे राज्य के किसानों में आक्रोश है.
प्रेस वार्ता में मोदी ने कहा कि पिछले साल का सरकार के पास किसानों का बकाया अभी भी 600 करोड़ रूपया है जो सरकार किसानों को दे नहीं पाई. इस संबंध में हम बराबर प्रारंभ से मामला को उठाते रहें लेकिन सरकार कान में रूई डालकर सोई रहीं. इस बार राज्य सरकार पैक्स के द्वारा खरीद की है पैक्स धान का खरीद करते है और उसे मिल में कुटवाकर चावल को 2454रू 77 पैसे में सरकार को देती है. मोदी ने सवाल उठाया कि धान के कटोरे वाले इलाके में सरकार ने लक्ष्य से कम खरीददारी की वहीं जिस इलाके में सुखाड़ रहती है वहां पर लक्ष्य से दोगुना खरीदारी की है. अरवल, गया ,नालंदा एवं नवादा जिला में लक्ष्य से दोगुना खरीददारी कैसे की तथा जहां पर ज्यादा खरीदारी करनी है वहां कैसे नहीं हो पाई. यह जांच का विषय है.
इससे पहले विधानपरिषद में आज धान की खरीद पर हंगामा हुआ. शुन्यकाल के दौरान लालबाबू प्रसाद ने इस मामले पर कार्यस्थगन प्रस्ताव दिया जिसे नामंजूर कर दिया गया. जिसपर भाजपा के सभी सदस्य बेल में आ गए और हंगामा करने लगे. हंगामा के कारण सदन की कार्यवाई भोजनावकाश तक के लिए स्थगित कर दी गयी.