निशिकांत सिंह.पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार के सर्वांगीण विकास के लिये बिहार के लेागों के मन में यह बात आ गयी है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले। उन्होंने कहा कि बिहार के विकास के लिए केन्द्र का सहयोग जरूरी है। आज बिहार के लोगों को एकमात्र चाहत है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा तो केन्द्रीय कर में छूट मिलेगी। उद्योग धंधे लगेंगे, इससे बेरोजगारी दूर होगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज होटल मौर्या में एशिायन डेवलपमेंट रिसर्च इन्स्टीच्यूट (आद्री) के रजत जयंती के मौके पर ‘विकास एवं प्रगति: अनुभव और सिद्धांत’ विषय पर आयोजित सम्मेलन को संबोधित कर रहें थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार आर्थिक तौर पर जरूर कमजोर है लेकिन बिहार बौद्धिक तौर पर कमजोर नहीं रहा है। बिहार ज्ञान का केन्द्र है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में 2005 में 12 प्रतिशत से ज्यादा बच्चे स्कूल से बाहर रह जाते थे। आज 0.86 प्रतिशत बच्चे ही स्कूल से बाहर हैं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में प्रथम ने बहुत काम किया है। इस संबंध में अनेक संस्थायें काम करती है और उसका लाभ हमलोग उठाते हैं। उन्होंने कहा कि इन्टरनेशनल ग्रोथ सेन्टर बिहार में स्थापित किया जाना बहुत बड़ी बात है। बिहार में क्या हो रहा है, दूसरे राज्यों एवं मुल्कों में क्या हो रहा है। उन्होंने कहा कि लड़कियों के लिए साइकिल योजना लागू करने पर आज 9वीं कक्षा में पढ़ने वाली लड़कियों की संख्या लड़कों के बराबर है, यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। सेल्फ हेल्फ ग्रुप के माध्यम से बिहार की महिलाओं का सिर्फ सशक्तिकरण ही नहीं हो रहा है बल्कि वे आत्मनिर्भर हो रही है। उन्होंने कहा कि हमने सेल्फ हेल्फ ग्रुप की महिलाओं के साथ बातचीत की। शुरू में वल्र्ड बैंक के द्वारा सात जिलों के 44 प्रखण्डों में लाइवलीहुड योजना के अन्तर्गत जीविका शुरू किया गया। जीविका से जुड़कर बिहार की महिलायें आज दूसरे राज्यों में जाकर रिर्सोस पर्सन के रूप में काम कर रही है। यहा के मॉडल को दूसरे राज्यों में भी स्वीकार किया गया। उन्होंने कहा कि बिहार में दस लाख सेल्फ हेल्फ ग्रुप का गठन किया जाना है, जिसमें चार लाख साठ हजार सेल्फ हेल्फ ग्रुप का गठन हो चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा इतिहास गौरवशाली है। बिहार से लोगों को दिलचस्पी है क्योंकि बिहार का इतिहास पुराना है और यह देश का इतिहास है। देश के लोगों में बिहार के लिए दिलचस्पी है। बिहार के अच्छे कामों की खूब चर्चा होती है। बिहार के विकास की चर्चा साधारण तबके के लेाग भी करते हैं। आज देश में हर क्षेत्र में जो सफल लोग हैं, उनको एसिस्ट करने वाला कोई न कोई बिहारी है। ऐसे साधारण तबके के लोग भी बिहार की आवाज एवं बिहार के विकास की गाथा देश ही नहीं विदेशों में पहुंचा रहे है। उन्होंने कहा कि अगर बिहारियों के मन में बिहारीपन जगेगा तो बहुत अच्छा नागरिक बनेंगे तथा देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
इस अवसर पर अध्यक्ष बिहार विधानसभा विजय कुमार चैधरी, सदस्य सचिव आद्री शैवाल गुप्ता, इन्टरनेशनल ग्रोथ सेन्टर के कंट्री डायरेक्टर अंजन मुखर्जी ने भी सारगर्भित ढ़ंग से सभा को संबोधित किया। सभा की अध्यक्षता लॉर्ड मेघनाद देसाई ने की। मुख्यमंत्री के सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार तथा देश एवं विदेश के जाने-माने ख्याति प्राप्त विद्वान एवं विशेषज्ञ उपस्थित थे।