शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्यता का विरोध,मृतक शिक्षक के आश्रित को 40 लाख व एक नौकरी की मांग

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संवाददाता.पटना.कोरोना संक्रमण से जिन शिक्षकों का असामायिक निधन हो गया,उनके प्रति शोक संवेदना प्रकट करते हुए बिहार अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ (पटना जिला ) ने बिहार सरकार व शिक्षा विभाग से मांग की है कि केवल आकस्मिक एवं अपरिहार्य परिस्थिति में ही शिक्षकों को विद्यालय में उपस्थित होने के लिए बुलाया जाए, साथ ही विद्यालय में शिक्षकों की 33 प्रतिशत (नए आदेश में 25 प्रतिशत) उपस्थिति सुनिश्चित करने संबंधित आदेश को तत्काल प्रभाव से समाप्त किया जाए जिससे शिक्षकों और उनके परिवार के जीवन की सुरक्षा हो सके।विशेष कार्य हेतु सभी शिक्षकों के mobile और WhatsApp no. प्रत्येक प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में उपलब्ध हैं जिससे उनको सूचना का आदान-प्रदान किया जा सकता है।

उपरोक्त मांग संजय कुमार यादव,अध्यक्ष और मनोज कुमार,सचिव,बिहार अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ, जिला-पटना ने संयुक्त रूप से की है।अपनी मांगों के साथ-साथ इन शिक्षक नेताओं ने कोरोना से उत्पन्न परिस्थितियों की चर्चा करते हुए बताया कि बढ़ते कोरोना संक्रमण के इस विपत्ति काल में आज सभी शिक्षक स्वंय को बेबस और लाचार महसूस कर रहे हैं।उनको अपनी आत्मरक्षा और सुरक्षा की चिन्ता सता रही है।कोरोना महामारी के इस द्वितीय संक्रमण काल में पटना जिले के विभिन्न प्रखंडों एवं राज्य के अन्य सभी जिलों में भी बड़ी संख्या में शिक्षक/शिक्षिका कोरोना संक्रमित हो रहे हैं।अनेकों शिक्षक-शिक्षिकाओं की ज़िन्दगी को कोरोना ने लील लिया है।

उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं शिक्षा विभाग के अनेक पदाधिकारी भी कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं और असमय काल के गाल में समाहित हो रहे हैं। ऐसी विषम परिस्थिति में भी गृह विभाग (विशेष शाखा) ,बिहार सरकार के सभी शैक्षणिक संस्थान को 15.05.21 तक बंद रखने के आदेश के बावजूद शिक्षकों को विद्यालय में उपस्थित रहने का बाध्यकारी आदेश विभाग के द्वारा जारी किया गया है।अधिकांश शिक्षक विद्यालय आने जाने के लिए बस, टेम्पो जैसे सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करते हैं, जिससे उनके संक्रमित होने का खतरा बहुत बढ़ जाता है।आज जबकि स्वास्थ्य संबंधित सुविधाएं बढ़ते कोरोना मरीजों के कारण चरमरा गई हैं।अस्पताल में बेड और आक्सीजन की कमी है।वैसे भी विद्यालय का काम आवश्यक सेवा की श्रेणी में नहीं आता है और सरकार की पहली प्राथमिकता संक्रमण के चेन को तोड़ना है।

उन्होंने कहा कि बिहार अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ,(पटना जिला )वैसे सभी शिक्षक साथियों के लिए हार्दिक शोक संवेदना प्रकट करता है जिनका असामयिक निधन इस कोरोना संक्रमण के कारण हो गया है।साथ ही बिहार सरकार एवं शिक्षा विभाग से यह मांग भी करता है कि उनकी मृत्यु के उपरांत लाभ का शीघ्र भुगतान कर उन शिक्षकों के आश्रित को कम से कम 40 लाख की अनुग्रह राशि एवं उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।

 

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