संवाददाता.पटना.बिहार में कोरोना की स्थिति भयावह हो गया है.पिछले 24 घंटे में रिकार्ड 12 हजार से अधिक कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।इसमें सबसे अधिक पटना में 2912 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।प्रदेश के सभी 38 जिलों में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है। मंगलवार को प्रदेश में 51 लोगों की मौत हो गई।
एनएमसीएच में पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 13 मरीजों की मौत हो गई। इनमें 5 पटना के ही रहने वाले थे। उनकी उम्र 32, 65, 87 और 54 वर्ष थी। इनके अलावा वैशाली जिले के भी 3 संक्रमितों की जान गई। सारण जिले के 2 और नवादा, गोपालगंज तथा मुंगेर जिले के भी एक-एक मरीज की मौत हुई। इनमें एक मरीज महिला थी, बाकी सब पुरुष थे।
सीवान के पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। उन्हें तिहाड़ जेल से दीन दयाल उपाध्याय हॉस्पिटल किया गया है। पटना विवि के रिटायर्ड प्रोफेसर शैलेश्वर सती प्रसाद की कोरोना से मौत हो गई है। बिहार स्टेट बार काउंसिल के सदस्य शशि शेखर किशोर और हाईकोर्ट में डिप्टी रजिस्ट्रार मो. नसीमुल होदा का भी निधन हो गया है। भागलपुर दैनिक जागरण में लंबे समय से कार्यरत डिप्टी चीफ सब एडीटर राम प्रकाश गुप्ता की भी सांसें थम गईं।
पटना में भी रिकॉर्डतोड़ मामले बढ़े हैं। सिर्फ पटना में मंगलवार को 11 लोगों की मौत हुई और संक्रमण का आंकड़ा 2186 पहुंच गया। गया में भी संक्रमण का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। यहां 1081 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सारण में भी 530 नए मामले आए हैं। यह आंकड़ा जांच के साथ बढ़ा है, सोमवार को प्रदेश में मात्र 7487 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। लेकिन मंगलवार को जब जांच 106156 हुई तो संक्रमण का आंकड़ा 10455 तक पहुंच गया। वहीं, प्रदेश में अब एक्टिव मामलों की संख्या 56354 हो गई है।
पिछले 20 दिनों का रिकॉर्ड देखें तो प्रदेश में 262 लोगों की जान चली गई। संक्रमण की रफ्तार के साथ मौत के आंकड़े भी तेजी से बढ़ रहे हैं। हर दिन 13 मौत का प्रतिशत है जो काफी खतरनाक है। 31 मार्च तक प्रदेश में कुल 1576 मौत हुई थी आंकड़ा 20 अप्रैल तक 1841 पहुंच गया। बिहार में मौत के खतरे के कारण ही हालात बिगड़ते जा रहे हैं।