संवाददाता.पटना.विधान सभा के बजट सत्र के दौरान मंगलवार को पुलिस अधिनियम बिल 2021 के विरोध में विपक्षी सदस्यों ने अभूतपूर्व हंगामा किया।पांच बार कार्यवाही स्थगित होने के बाद विपक्ष के विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा को उनके ही चैंबर में बंधक बना दिया। राजद के वरिष्ठ विधायक भाई वीरेंद्र ने पुलिस अधिनियम बिल के विरोध में नियमों का उल्लंघन करते हुए खुद को विधानसभा का अध्यक्ष घोषित किया और पुलिस अधिनियम बिल 2021 को वापस भी ले लिया। जानकार बतातें हैं कि विधानसभा के इतिहास में पहली बार विधानसभा के अंदर अनुशासनहीनता की सारी हदें पार कर दीं गईं।
हंगामे के दौरान डीएम और एसएसपी के साथ धक्का-मुक्की की गई। चैंबर के पास विपक्ष के विधायक पुलिसकर्मियों से भी भिड़ गए। इसके बाद एक-एक कर विपक्ष के विधायकों को सुरक्षाकर्मी बाहर फेंकने लगे। जिसमें मकदुमपुर से राजद विधायक सतीश कुमार दास बेहोश हो गए हैं।शाम को विपक्ष की महिला विधायकों ने हंगामा किया और महिला पुलिस कर्मियों के साथ हाथापाई की।
राजद और कांग्रेस की 7 महिला विधायकों ने आसन को घेर लिया है। लगातार घंटी बज रही है। लेकिन महिला विधायक आसन के पास से हट नहीं रही हैं। तब सदन ऑर्डर में नहीं था। कार्यवाही शुरू होने के बाद डॉ. प्रेम कुमार आसन पर बैठे। लेकिन विपक्ष के करीब 12-13 विधायक वेल के पास पहुंच गए और बिल फाड़ दिया। फिर कार्यवाही को 5:30 तक के लिए स्थगित कर दी गई। विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा चैंबर में ही बैठे हुए रहे। बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रही।
इससे पहले विधानसभा में विपक्ष के सदस्यों के हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही चार बार स्थगित करनी पड़ी। कार्यवाही के दौरान विपक्षी सदस्य वेल में आ गए, बिल की कॉपी फाड़ दी, नारेबाजी करने लगे। यही नहीं, वे रिपोर्टर टेबल पर चढ़ गए, इतने से संतोष नहीं हुआ तो टेबल को तोड़ दिया। इस बीच जब दूसरी बार कार्यवाही स्थगित हुई तो सत्तापक्ष के सभी सदस्यों के सदन से चले जाने के बाद राजद के भाई वीरेंद्र ने रिपोर्टर टेबल पर चढ़ कर इस बिल के विपक्ष में वोटिंग करा दी।
विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा होने लगा। पुलिस विधेयक के विरोध में विपक्ष के विधायक जमकर नारेबाजी करने लगे। राजद के विधायकों ने वेल के पास पुलिस अधिनियम बिल 2021 की कॉपी फाड़ दी। विपक्ष की ओर से प्रस्तुत कार्यस्थगन प्रस्ताव को अमान्य कर दिया गया। सदन के अंदर विपक्ष के कई विधायक पोस्टर लेकर पहुंचे थे। मार्शल विधायकों से पोस्टर वापस लेने लगे। सदन में हंगामा बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष ने 12 बजे तक कार्यवाही स्थगित कर दी। दोबारा कार्यवाही शुरू होने पर विपक्ष के विधायक फिर से हंगामा करने लगे।
कार्यवाही शुरू होते ही उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद की ओर से सीएजी रिपोर्ट पेश करने के दौरान राजद विधायकों ने जमकर हंगामा किया। विपक्ष के कई विधायक कुर्सी पटकने लगे। बवाल बढ़ता देख बड़ी संख्या में मार्शल सदन के अंदर पहुंच गए। वे टेबल पकड़े हुए नजर आए लेकिन राजद के कुछ विधायक टेबल को जबरन हटाते दिखे। हंगामा बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। 2 बजे जब सदन की कार्यवाही दुबारा शुरू हुई तो पुलिस अधिनियम बिल 2021 के विरोध में फिर हंगामा होने लगा। हंगामे के दौरान मुक्यमंत्री नीतीश कुमार भी सदन में मौजूद थे।
हंगामे के दौरान विपक्ष के कई सदस्य बेल में आ गए। वे बिल वापस करने की जिद कर रहे थे। इस बीच संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने दरभंगा एयरपोर्ट का नाम विद्यापति एयरपोर्ट रखने का प्रस्ताव रखा। लेकिन, विपक्ष के नेताओं ने रिपोर्टर टेबल को उठा लिया। उन्हें ऐसा करते देख मार्शल आगे आए और नेताओं को ऐसा करने से रोकने में लग गए। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही में व्यवधान होता देख स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। लेकिन, सदन स्थगित होने की घोषणा के बाद भी विपक्ष का हंगामा जारी रहा। वे रिपोर्टर टेबल पर चढ़कर कर हंगामा करने लगे, हंगामा करते-करते उन्होंने टेबल को तोड़ भी दिया।