समय पर सर्तक नहीं हुए तो आम हो जायेगी स्तन कैंसर बीमारी-डॉ वीपी सिंह

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संवाददाता.पटना. ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ के तहत रविवार को सवेरा कैंसर एंड मल्‍टीस्‍पेशलिटी हॉस्‍पीटल परिसर, में रोटरी क्लब ऑफ चाणक्य एवं बीएस मेमोरियल कैंसर सोसायटी के सहयोग से कैंसर स्तन कैंसर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसके जरिये लोगों को स्‍तन कैंसर के प्रति जागरूक किया गया। इस मौके पर डॉ वी पी सिंह, कंसल्टेंट सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट एवं मैनेजिग डायरेक्टर ने आकड़ों के हवाले से बताया कि कैंसर के इस मरीज़ों की संख्या की 30% महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर से ग्रसित है,जबकि भारत में शहरी क्षेत्रों में 30% और ग्रामीण क्षेत्रों में 25% महिलायें स्तन कैंसर से ग्रसित है।

उन्होंने कहा कि बिहार राज्य की स्थिति कैंसर के कुल मरीज़ों की संख्या में, शहरी औऱ ग्रामीण दोनो क्षेत्रों में स्तन कैंसर के मरीज़ों की संख्या 25% है। कैंसर में जागरुकता की कमी होने के कारण ज्यादातर मरीज़ कैंसर के दूसरे तीसरे स्टेज में आते है। आंकड़ों में अप्रत्याशित विधि यह सब वृद्धि यह संकेत दे रही है कि स्तन कैंसर तेजी से बढ़ रहा है। अगर समय रहते लोग सतर्क नहीं हुए तो 2025 में स्तन कैंसर की बीमारी आम हो जाएगी। उन्‍होंने बताया कि जल्द महावारी का आना और देर से (50 वर्ष) जाना, स्तनपान नहीं कराना, लंबे समय से गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल करना और धूम्रपान एवं मदिरापान स्तन कैंसर के प्रमुख कारक हैं। स्तन कैंसर के डायग्नोसिस में मैमोग्राफी, अल्ट्रासाऊंड, एफएनएसी जांच पद्धतियों की भूमिका अहम है।

कार्यक्रम में उपस्थित डॉक्टर विनीता त्रिवेदी ने बताया कि स्तन कैंसर से जान बचाई जा सकती है। इसके लिए सही स्टेज में सही जानकारी सामने आना जरूरी है। उन्होंने अर्ली डिटेक्शन पर जोर दिया। साथ ही यह बताया कि इसकी जांच की चार अवस्थाएं हैं। प्रथम एवं द्वितीय स्तर पर मरीजों के सफल इलाज उनकी जान बचाई जा सकती है जबकि तीसरे और चौथे चरण आने के बाद जान गवाने की आशंका बढ़ जाती है। AIIMS PATNA रेडिएशन ऑनकोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ प्रियतांजली सिंह ने बताया कि आधुनिक चिकित्सा से स्तन कैंसर का सफल इलाज काफी बढ़ा दिया है। यह मल्टीमॉडलिटी ट्रीटमेंट प्रोसीजर के कारण रोगी का उपचार उसकी स्थिति को देखते हुए सर्जरी कीमो थेरेपी हार्मोन थेरेपी और रेडिएशन थेरेपी के साथ किया जाता है। उपचार की पद्धति रोगी के रोज के आधार पर तय की जाती है। आज स्तन कैंसर से बचाव के विभिन्न तरीकों की चर्चा करते हुए स्‍वत: परीक्षण की सलाह दी  और कहा कि जीवन शैली में योग ध्यान और पौष्टिक आहार के महत्वपूर्ण है। साथ ही उन्होंने जीवन शैली के पद्धति को बदलने की सलाह दी।

कार्यक्रम में किरण घई और सुधा वर्गीज मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुई। महिला विकास मंच के संयोजक वीणा मानवी एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुणिमा ने भी हिस्सा लिया। कार्यक्रम का संचालन पद्मश्री डॉ आर एन सिंह के मार्गदर्शन में किया गया। कार्यक्रम में विशिष्ट लोगों ने हिस्सा लिया जिनमें आशीष बांग, संदीप चौधरी, विनीता त्रिवेदी, डॉ विनीता त्रिवेदी, डॉक्टर संजीव कुमार एवं सवेरा के वरीय चिकित्सक डॉक्टर आरके सक्सेना, डॉ विशाल सिंह, डॉ आशीष सिंह प्रमुख थे।  कार्यक्रम के समापन पर वरीय कैंसर सर्जन डॉक्टर बीपी सिंह ने सबका आभार व्यक्त किया।

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