इशान दत्त.पटना.औद्योगिक प्रोत्साहन नीति में लाए गए बदलाव का सकारात्मक असर हो रहा है.नए उद्योगों से संबंधित कई प्रस्ताव आए हैं.सात उद्योगपतियों ने जगह (जमीन) का चयन भी कर लिया है.लॉकडाउन के बाद परिस्थितियां सामान्य होते ही इन उद्योगों की स्थापना से संबंधित काम शुरू हो जाएगा.यह कहना है राज्य के उद्योग मंत्री श्याम रजक का.
आदर्शन के साथ खास बातचीत में उद्योग मंत्री श्याम रजक ने बताया कि कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन अवधि में बाहर से बड़े पैमाने पर मजदूर बिहार वापस आए तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर मजदूरों के स्किल सर्वे और उन्हें रोजगार मुहैया कराने का काम हो रहा है.साथ ही बिहार में नए उद्योगों की स्थापना के लिए औद्योगिक प्रोत्साहन नीति में कई आवश्यक संशोधन किए गए हैं.कई नई सुविधाओं की घोषणा की गई है.जैसे,500 करोड़ निवेश और कम से कम 200 मजदूरों को रोजगार देनेवाली इकाईयों के लिए कई विशेष छूट व सुविधाएं दी गई है.
उन्होंने बताया कि औद्योगिक प्रोत्साहन नीति में बदलाव से आकर्षित होकर कई निवेशकों ने रूचि ली है.इसमें शूज,बिस्कुट,चीनी मिल के प्रस्ताव हैं.निवेशकों ने बिहटा,मुजफ्फरपुर,बनमनखी आदि जगहों का चयन भी कर लिया है.
श्री रजक के अनुसार बाहर से बिहार वापस लौटे मजदूरों के सहयोग के लिए हर जिले में दो-दो कलस्टर बनाया गया है.और हर जिले को 50 लाख रूपए दिए गए हैं.इसके माध्यम से मजदूरों की मैपिंग की जा रही है.उन्हें रोजगार मुहैया कराने के लिए सहायता केन्द्र चलाए जा रहे हैं.