संवाददाता.पटना. संभावित बाढ की समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुये कहा कि कोशी, गंडक, कमला एवं अन्य नदी बेसिन एवं सीमावर्ती क्षेत्रों में तथा पिछली बार जहां कटाव हुआ था, उन स्थलों पर सुरक्षा हेतु बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यों का कार्यान्वयन पूरी तत्परता से करें। बाढ़ सुरक्षा से संबंधित सभी लंबित योजनाओं को पूर्ण करने के लिए नेपाल के भी संबंधित अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य को शीघ्र पूरा करें।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को 1 अणे मार्ग स्थित नेक संवाद में कोशी, गंडक, कमला एवं अन्य नदियों पर प्रस्तावित कार्यों की स्थिति एवं संभावित बाढ़ की पूर्व तैयारियों के संबंध में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। समीक्षा के दौरान जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से कोशी, गंडक, कमला एवं अन्य नदियों पर प्रस्तावित कार्यों की अद्यतन स्थिति की विस्तृत जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तटबंधों के किनारे वृक्षारोपण किया जाए। इससे तटबंधों को मजूबती मिलेगी साथ ही रिसाव भी नियंत्रित होगा। सभी तटबंधों के महत्त्वपूर्ण/स्टैटिजिक स्थानों पर बाढ़ संघर्षात्मक सामग्रियों का भंडारण पर्याप्त मात्रा में रखें ताकि बाढ़ की स्थिति में निरोधात्मक कार्य सुचारू रूप से किया जा सके। कमला बलान तटबंध की मजबूती के लिए तटबंधों में स्टील सीट पायलिंग की जा रही है। इस तरह का प्रयोग बिहार में पहली बार हो रहा है, इससे तटबंध को मजबूती मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संभावित बाढ़ को देखते हुए ललबेकिया दायां मार्जिनल बांध एवं कमला वियर के बायें एवं दायें गाईड/मार्जिनल बांध पर बाढ़ संघर्षात्मक सामग्रियों का भंडारण पर्याप्त मात्रा में रखें। उन्होंने कहा कि कोशी बेसिन में प्रस्तावित 22 अदद कार्यों में से 15 अदद कार्यों को पूर्ण करा लिया गया है तथा शेष 07 अदद कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के लिए कार्य में तेजी लाएं।
जल संसाधन विभाग द्वारा प्रस्तुतीकरण के दौरान बताया गया कि कमला वियर के बायें एवं दायें गाईड बांध का ब्रीच क्लोजर/सुरक्षात्मक कार्य अभी अपूर्ण है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि संबंधित अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य को शीघ्र पूर्ण करें। वाल्मिकीनगर स्थित गंडक बराज का लगातार निरीक्षण किया जाय। अगर बराज के किसी गेट में कोई समस्या हो तो सुरक्षात्मक कार्य शीघ्र किया जाय। निरीक्षण कार्य में लगे सभी अधिकारी/ इंजीनियर सतर्क रहें। अधिकारियों को इसके लिये प्रशिक्षित भी किया जाय।
जल संसाधन विभाग द्वारा बताया गया कि पूर्वी चम्पारण के बेलवा धार में एंटी फ्लड स्लुईस गेट निर्माण का कार्य चल रहा है। मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुये कहा कि कार्य को शीघ्र पूरा किया जाय और वहां विशेष सतर्कता बरती जाय। संचार व्यवस्था और सुदृढ़ रखें ताकि बाढ़ की स्थिति में भी संचार व्यवस्था पूरी तरह बहाल रहे। संभावित बाढ़ से बचाव की सारी तैयारियां पूर्व से ही रखें। बाढ़ की स्थिति में लोगों को राहत पहुंचाने के लिए जो भी कार्य किए जाने हैं, एस0ओ0पी0 के अनुसार वे सारी तैयारियां की जाएं ताकि किसी को भी कोई कठिनाई न हो।
बैठक में जल संसाधन मंत्री संजय झा, मुख्य सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त अरूण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित जल संसाधन विभाग के अन्य वरीय पदाधिकारी/अभियंतागण उपस्थित थे।