संवाददाता.पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मानसून का आगमन हो चुका है। कोविड-19 के साथ-साथ हमें संभावित बाढ़ से भी जूझना पड़ सकता है। दोनों चुनौतियों के लिये अभी से पूरी तैयारी रखी जाय। हमलोगों ने हर चुनौती का मिल-जुलकर सफलतापूर्वक सामना किया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोविड-19 से बचाव के लिए किए जा रहे कार्यों के संबंध में मुख्य सचिव एवं प्रधान सचिव स्वास्थ्य के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिया। समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुये कहा कि वलनरेबल ग्रुप के संबंध में विशेष सावधानी एवं सतर्कता बरतने की जरूरत है। 65 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे-बच्चियों, गर्भवती महिलाओं तथा अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित व्यक्तियों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों के प्रति अधिकतम सावधानी एवं सतर्कता बरती जाय। अत्यधिक संक्रमण प्रभावित क्षेत्रों से राज्य में वापस आने वाले बिहार के बाहर के लोगों के क्षेत्रों को चिन्हित कर वहां विशेष स्क्रीनिंग अभियान चलाकर योजनाबद्ध तरीके से अधिक से अधिक टेस्टिंग की जाय ताकि संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके।
उन्होंने निर्देश देते हुये कहा कि टेस्टिंग के दायरे को और व्यापक बनाया जाय। आइसोलेषन वार्ड्स में आकस्मिक परिस्थिति के लिये रक्षित आॅक्सीजन सिलिंडरों की संख्या बढ़ायी जाय। मास्क के प्रयोग के प्रति और जागरूक करने की जरूरत है। मास्क पहनना कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये जरूरी है। चूॅकि लोगों के बाह्य क्रियाकलाप और सम्पर्क बढ़ रहे हैं इसलिये लोग मास्क पहनकर ही चलें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को माइकिंग एवं अन्य प्रचार माध्यमों से कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये लगातार जागरूक करते रहें। यद्यपि कोरोना संक्रमण के नये मामले आ रहे हैं तथापि कोरोना संक्रमित लगातार स्वस्थ होकर घर जा रहे हैं। लोग कोरोना संक्रमण से घबरायें नहीं, धैर्य रखें, सचेत रहें और सतर्क रहें। लोगों को सोषल डिस्टेंसिंग के पालन करने के साथ-साथ मास्क के उपयोग एवं साफ-सफाई के लिये लगातार प्रेरित करते रहें।