मुकेश कुमार सिन्हा.
पटना। नवस्थापित राजनीतिक पार्टी नेशन फर्स्ट डेमोक्रेटिक (एनएफडीपी) पार्टी अब पूरी तरह से बिहार के चुनावी मैदान में उतरने को तैयार है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजीव रंजन अपना पार्टी थीम बताते हुए कहते है कि अब न करो मन की बात, अब करो सिर्फ काम की बात। साफ है कि पार्टी भाजपा और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को सामने रख कर चुनाव मैदान में उतर रही है। पार्टी की रथ यात्रा संपूर्ण बिहार में मार्च से ही होनी थी लेकिन लॉकडाउन के कारण उसे स्थगित करना पड़ा है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कहते हैं बिहार में बदलाव के लिए तड़प साफ दिख रही है। बिहार ने 15 साल राजद और 15 साल भाजपा समर्थित जदयू की सरकार को देखा। यह पूरे 30 साल का समय बिहार विकास के लिए लॉकडाउन का समय रहा।
राजीन रंजन ने कहा कि बिहार में लगातार बेरोजगारों की संख्या बढ़ती रही, अपराध में कमी नहीं आ सकी। बिहार के मिलों में अब भी ताले पड़े हैं। न नया निवेश आया न नया उद्योग। छात्रों को अब भी तैयारी के लिए कोटा, दिल्ली और पढ़ाई तथा रोजगार के लिए अन्य विकसित प्रदेशों की शरन लेनी पड़ती है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि क्या बदला बिहार में। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि अब तक बिहार नहीं बदला तो अब बिहार को बदलना ही चाहिए।उन्होंने यह स्वीकार किया कि इस बदलाव के लिए लोगों का विचार बदलना जरुरी है। मन के इस धारणा से बाहर निकलने की जरुरत है कि बदलाव नहीं हो सकता और विकल्प नहीं है।
राजीव रंजन ने नाम लिए बगैर कहा कि कई राजनीतिक और सामाजिक फोर्स इस बार बदलाव के लिए सक्रिय हैं। इस चुनाव में कुछ बेहतर नतीजे जरुर आएंगे। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी भी इसबार बदलाव के लिए संकल्पित है, और हमें उम्मीद है कि इस बार हम सफल होंगे। बंद करो नौटंकी, जनता को मिले दो वक्त की रोटी कहते हुए उन्होंने नौजवानों से अपील करते हए कहा कि बदलो सरकार, तभी बदलेगा बिहार।