संवाददाता. पटना.स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा विशेष आर्थिक पैकेज के पांचवें किस्त की घोषणा करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने हर क्षेत्र और हर वर्गों के लिए राहत की बरसात की है। इस पैकेज के जरिये सरकार की गांव से लेकर शहर तक के विकास की योजना है। इससे हर स्तर पर और हर तबके के लोगों को फायदा पहुंचेगा। कोरोना काल में यह विशेष आर्थिक पैकेज आत्मनिर्भर भारत बनने की दिशा में मजबूती प्रदान करेगा। पांचवें चरण में मनरेगा, स्वास्थ्य, शिक्षा, कारोबार, कंपनीज एक्ट, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और पीएसयू से जुड़े महत्वपूर्ण सात ऐलान देश की दशा और दिशा बदलेगी।
श्री पांडेय ने कहा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में खर्च में बढ़ोत्तरी, ग्रामीण एवं शहरी इलाकों में स्वास्थ्य एवं वेलनेस सेंटर्स की संख्या बढ़ाने, लैब नेटवर्क को बेहतर बनाने, महामारी से मुकाबले के लिए जिला एवं प्रखंड स्तर पर एकीकृत स्वास्थ्य प्रयोगशाला की स्थापना, सहित हेल्थ वर्कर्स के लिए 50 लाख का बीमा एवं उन्हें सुरक्षा देने के लिए महामारी एक्ट में बदलाव स्वास्थ्य के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।
वहीं टॉप-100 यूनिवर्सिटी को 30 मई तक ऑनलाइन कोर्स शुरू करने एवं आनलाईन क्लासेस के लिए डीटीएच द्वारा 15 चैनलों के प्रसारण से देश में शिक्षा के क्षेत्र नये युग की शुरूआत होगी। विद्यालय से लेकर महाविद्यालय एवं उच्च तकनीकी शिक्षा तक के नये आयाम बनाये गये हैं। मनरेगा एवं कारोबार जगत के लिए प्रधानमंत्री का आत्मनिर्भर भारत पैकेज काफी संख्या में युवाओं और मजदूरों को रोजगार से जोड़ेगा। इस महापैकेज में गरीब मजदूर से लेकर कुशल कारीगर तक के रोजगार की गई चिंता की गई है। पैकेज में परंपरागत रोजगार से लेकर आधुनिक रोजगार तक को सुदृढ़ करने की योजना है।